दो पक्षों में चले ईट-पत्थर, नौ घायल, गांव में पुलिस तैनात

उत्तर प्रदेश कुशीनगर

विश्वजीत राय
सफल समाचार

मंसाछापर। पडरौना कोतवाली के त्रिलोकपुर बुजुर्ग गांव में बुधवार को दो पक्षों में जमकर लाठी-डंडे चले। दोनों तरफ से ईंट-पत्थर भी चलाए गए। घटना में नौ लोग गंभीर रुप से घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह विवाद को शांत कराई। मौके से मिले दोनों तरफ के दस लोगों को हिरासत में लेकर कोतवाली गई। तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस की सख्ती के बाद गांव में सन्नाटा है। घायलों का इलाज पडरौना शहर के अस्पताल में कराया गया। दोनों पक्षों ने कोतवाली में तहरीर दी है।

ग्रामीणों के मुताबिक बुधवार को सुबह करीब नौ बजे एक पक्ष के तुलसी यादव कहीं से आ रहे थे। तभी दूसरे पक्ष के लोगों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। इसकी जानकारी जब उनके परिवार वालों को हुई तो लाठी-डंडा लेकर पहुंच गए। दोनों पक्षों के लोग काफी संख्या में आमने-सामने हो गए। लाठी-डंडा से मारपीट शुरू हो गई। इसके बाद दोनों पक्षों की ओर से ईंट-पत्थर भी चलने लगे। सूचना मिलने पर बांसी चौकी के प्रभारी गौरव वर्मा अपनी टीम के साथ पहुंचे और विवाद शांत कराए। वहां मौजूद दोनों पक्षों से दस लोगों को पुलिस हिरासत में लेकर कोतवाली पहुंचे। सूचना पर अतिरिक्त पुलिस भी जिला मुख्यालय से चली आई। हालांकि, मामला शांत होने के बाद लौट गई। इस मारपीट में एक पक्ष की ओर से नथुनी साहनी, रामधारी साहनी, लालमन शर्मा, देवीदयाल, जगत घायल हो गए। वहीं दूसरे पक्ष से तुलसी यादव, हीरामन, तुलसी यादव की बेटी पूनम और बेटा मुलायम घायल हो गए। सभी घायलों का इलाज पडरौना शहर के अस्पताल में हुआ। दोनों पक्षों की तरफ से कोतवाली में तहरीर दे दी गई है। पुलिस मुकदमा दर्ज करने में जुट गई है।

गांव में पुलिस तैनात, पसरा रहा सन्नाटा-

त्रिलोकपुर गांव में दो पक्षों के बीच मारपीट और पथराव के बाद पुलिस गांव में तैनात कर दी गई है। गांव में पुलिस की सख्ती के बाद सन्नाटा है। पुलिस लगातार गांव में भ्रमण कर रही है। बांसी चौकी प्रभारी गौरव वर्मा ने गांव में भ्रमण कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। ग्रामीणों के मुताबिक त्रिलोकपुर बुजुर्ग गांव में दोनों पक्षों के बीच मारपीट और पथराव की सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई। नहीं तो विवाद और बढ़ सकता था।
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इस वजह से हुआ विवाद-
त्रिलोकपुर बुजुर्ग गांव में दिवाली के अवसर पर प्रतिमा रखी गई थी। सोमवार की शाम को गांव का एक युवक पटाखा जला रहा था। उस दौरान पटाखे की चिंगारी टेंट पर गिर गई। इस बात को लेकर आयोजन कमेटी के लोगों ने विरोध जताया। इसे लेकर कुछ लोगों के बीच हाथापाई हो गई। तुलसी यादव उसमें छुड़ाने चले गए थे। बाद में सूचना पर कोतवाल सुशील शुक्ल भी पहुंचे और दोनों पक्षों को समझाया था। इसी बात को लेकर बुधवार की सुबह एक पक्ष के तुलसी यादव किसी दूसरे गांव से अपने घर बाइक से आ रहे थे। इसी समय कुछ लोग रोककर मारपीट दिए। इसकी जानकारी होने के बाद दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए और लाठी-डंडा व ईट-पत्थर चलाए।

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