सुनीता राय
सफल समाचार
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में 15 दिसंबर से विषम सेमेस्टर की परीक्षा प्रस्तावित है। ऐसे में विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग ने परीक्षा केंद्र बनाने की दिशा में कार्य शुरू कर दिया है। चूंकि परीक्षा केंद्र बनाए जाने को लेकर हर परीक्षा में सभी कालेज प्रबंधन दबाव बनाते हैं, ऐसे में परीक्षा विभाग ने इस बार पहले से ही प्रारूप बनाकर 26 बिंदुओं पर कॉलेजों की संपूर्ण जानकारी मांग ली है। परीक्षा केंद्र बनाने को लेकर विश्वविद्यालय द्वारा तय मानक पर खरा न उतरने वाले कालेजों को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाएगा।
जिन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जानकारी को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन का फोकस है, उनमें एक पाली की परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों की संख्या, कक्षों की संख्या और प्रत्येक कक्ष में परीक्षार्थियों की संख्या, तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों और सुरक्षा गार्डों की संख्या व विवरण शामिल है। इसके अलावा परीक्षा विभाग कालेज में स्ट्रांग रूम की उपलब्धता, स्ट्रांग रूम में डबल लाकयुक्त दो आलमारी, वायस रिकार्डरयुक्त सीसीटीवी कैमरा, डीबीआर और राउटर की चालू हालत में उपलब्धता को लेकर सख्त है।
परीक्षा के समय सेवानिवृत्त शिक्षकों की संभावित उपलब्धता की जानकारी भी कालेजों से मांगी गई है। प्राचार्य के अनुमोदन की स्थिति भी कॉलेजों को बतानी होगी। यदि अनुमोदित प्राचार्य नहीं हैं तो दो वर्ष के शिक्षण अनुभव वाले कार्यवाहक प्राचार्य का संपूर्ण विवरण बताना होगा।
कॉलेजों का जांचा जाएगा पुराना रिकॉर्ड