सुनीता राय
सफल समाचार
गोरखपुर। मां के गर्भधारण करने से लेकर 1000 दिन तक किसी भी बच्चे के जीवन के सबसे महत्वपूर्ण दिन होते हैं। अगर इस अवधि में मां-बच्चे का समुचित ख्याल रखा गया तो दोनों का भविष्य सुरक्षित रहेगा। ऐसे बच्चे स्वस्थ भी रहते हैं और पढ़ाई व अन्य गतिविधियों में भी बेहतर होते हैं।
ये बातें डॉ. पियाली भट्टाचार्य ने शहर के होटल रेडिसन ब्लू में आयोजित युवा आइसोपारब 2023 में विशेष चर्चा के दौरान कही। उन्होंने कहा कि मां और बच्चे का विशेष ध्यान रखने पर शिशु स्वस्थ एवं मानसिक रूप से विकसित होता है। गर्भावस्था के दौरान मां जो खाती है, सुनती है, करती है उन सबका असर बच्चे पर पड़ता है।
मां अगर मानसिक रूप से खुश रहती है और अच्छी किताबें पढ़ती है, अच्छे विचार मन में रखती है तो इसका बच्चे पर सकारात्मक असर पड़ता है। पैदा होने के बाद बच्चा मां का दूध तुरंत पीए और उसे मां का स्पर्श मिले तो वह मानसिक रूप से भी मजबूत बनता है।
चर्चा के दौरान कहा गया कि टीकाकरण मां व बच्चे को कई बीमारियों से बचाता है। स्टेम सेल बैंकिंग पर चर्चा के दौरान कहा गया कि यह भविष्य को चुनौतियों का समाधान देता है। इसके अलावा सिजेरियन और कॉस्मेटिक गायनेकोलॉजी पर भी चर्चा हुई। डॉ. साधना गुप्ता, सचिव डॉ. अमृता सरकारी जयपुरिया, संचालक डॉ. बबीता शुक्ला, डॉ. अरुणा छापड़िया, डॉ. रीना श्रीवास्तव, डॉ. राधा जीना आदि ने कांफ्रेंस को सफल बनाने में योगदान किया।
विजेता प्रतिभागियों को किया गया पुरस्कृत
इस आयोजन के दौरान बेहतर प्रस्तुति करने वाले युवा डॉक्टरों को अलग-अलग वर्ग में सम्मानित भी किया गया। क्विज में एसजीपीजीआई प्रथम, जीएसवीएम कानपुर की टीम द्वितीय और बीआरडी मेडिकल काॅलेज की टीम तृतीय स्थान पर रही। ओरल पेपर वरिष्ठ वर्ग में संगीता व मनीषा प्रथम, नीलांचली सिंह द्वितीय और श्वेता वाजपेयी व नमिता दोहरे को तीसरा स्थान मिला।
पोस्टर प्रस्तुतिकरण वरिष्ठ वर्ग में डॉ. शिखा अग्रवाल प्रथम, डॉ. संगीता आर्या द्वितीय और आयुषी अग्रवाल तृतीय स्थान पर रहीं। पेपर प्रजेंटेशन जूनियर वर्ग में सुष्मिता परीदा प्रथम, आरती कुमारी और स्नेहा अग्रवाल द्वितीय व मोहाली व आयुषी सैनी तृतीय स्थान पर रहीं। पोस्टर परिणाम जूनियर कैटेगरी में राजुल प्रथम, मनीषा वर्मा, वर्तिका सिंह द्वितीय और आकांक्ष दूबे व शानू उमराव को तृतीय स्थान मिला।