शेर मुहम्मद
सफल समाचार
चनुकी /लार। पुलिस और गांव वालों के बीच हुई मारपीट के मामले में पुलिस ने मां, पिता, बेटे समेत सात लोगों पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। आरोपियों की तलाश में पुलिस गांव में दबिश दे रही है। इससे गांव वालों में दहशत है, गांव के अधिकांश युवक घर छोड़कर फरार हैं।
लार थाना क्षेत्र के ठाकुरगौरी गांव में शुक्रवार की रात पवन गौड़ और किशन राजभर के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। पवन गोड़ के पिता की सूचना पर डॉयल 112 की पुलिस मौके पर पहुंची। आरोप है कि बातचीत के दौरान सिपाही ने पवन और उनकी मां को गाली दे दी। इस पर लोगों की भीड़ पहुंच गई और हाथापाई होने लगी। विवाद और हाथापाई का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस दौरान गांव का कोई युवक पुलिस गाड़ी में लगे एमबीटी सेट को लेकर भाग गया।
इसकी खबर मिलने पर गांव में रात को इंस्पेक्टर कपिलदेव चौधरी, सीओ सलेमपुर दीपक शुक्ला फोर्स के साथ पहुंचे और एमबीटी सेट बरामद किया। हेड कांस्टेबल विनोद यादव की तहरीर पर पुलिस ने पवन गोड़, इसके पिता बुंदेश्वरी और बिंदेश्वरी की पत्नी और चार गांव के अज्ञात लोगों पर पुलिस के साथ मारपीट, सरकारी कार्य में बांधा डालने समेत कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। सीओ दीपक शुक्ला ने बताया कि पुलिस के साथ बदसलूकी करने वालों पर केस दर्ज किया गया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।
प्रधान बोले- निर्दोष लोगों पर एकतरफा कार्रवाई कर रही पुलिस
ठाकुर गौरी गांव के प्रधान अवधेश राजभर का आरोप है कि सिपाही की गलती के कारण गांव में रात को बवाल बढ़ा, लेकिन पुलिस गांव के निर्दोष लोगों पर एकतरफा कार्रवाई कर खुद की गलती को छिपा रही है। घटना की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। सोशल मीडिया पर जो वीडियो वॉयरल हो रहा है। उसमें पुरूष सिपाही और दरोगा महिलाओं की पिटाई करते हुए दिख रहे हैं। पुलिस के बार-बार गांव में आने और लोगों को धमकाने से दहशत का माहौल है। अवधेश ने एसपी और सीओ से घटना की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।