विश्वजीत राय
सफल समाचार
पडरौना। जंगल खिरकिया निवासी उमेश गोंड (48) की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। शनिवार को उसका शव गांव में ही ट्रांसफार्मर के पास जमीन पर पड़ा मिला। उमेश गुड़ कारोबारी शिवपूजन जायसवाल का मुनीम था। वह शनिवार की सुबह चंदौली से गुड़ बेचकर वापस आया था। पुलिस को उमेश के पास से 85 हजार रुपये मिले। वहीं जांघ गहरा चोट का निशान मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजन हत्या की आशंका जाहिर कर रहे हैं।
जंगल खिरकिया निवासी शिवपूजन जायसवाल गुड़ का व्यवसाय करते हैं। गांव का उमेश गोंड उनका मुनीब था। शिवपूजन जायसवाल के कहने पर बृहस्पतिवार की शाम को डीसीएम से गुड़ लेकर चंदौली गया था। गुड़ बेचकर वह शनिवार की सुबह खिरकिया बाजार वापस आ गए और इसकी सूचना गुड़ व्यवसायी को दी। साथ ही गुड़ के पैसे को भी लेने के लिए कहा। साथ बनारस से तीन और व्यक्ति खिरकिया के मुख्तार, अमवा के सुदामा और भेखा भी आए थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इन चारों ने खिरकिया बाजार में एक साथ चाय पीया और फिर अपने-अपने घर के लिए चले गए।
उमेश गांव के सुभाष बैठा के दरवाजे पर लगे ट्रांसफार्मर के पास की जमीन पर गिरे मिले। सूचना मिलने व्यवसायी के बेटे सुनील जायसवाल व उमेश के परिजन पहुंचे। वहां ई रिक्शा से लेकर जिला अस्पताल गए। वहां पहुंचने पर डॉक्टर ने उमेश को मृत घोषित कर दिया। परिजन उनके शव को लेकर वापस घर चले आए। अंत्येष्टि के लिए जब उनके कपड़े उतारे जा रहे थे तो उनकी जांघ के पास बड़ा और ताजा घाव दिखा। इस पर परिजनों ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी और पोस्टमार्टम कराने के लिए कहा। परिजनों ने उमेश की हत्या की आशंका भी जताई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पडरौना के कोतवाल सुशील शुक्ला ने बताया कि मौत का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।