अध्यक्ष जी! मोहल्ले के लोग बोल रहे नरक पालिका बन गई नगर पालिका

उत्तर प्रदेश देवरिया

शेर मुहम्मद
सफल समाचार

देवरिया। नगर पालिका बोर्ड की बैठक में सोंदा के सभासद शिवांनद मिश्रा ने कहा कि शहर में शामिल नए वार्डों में विकास कराया जाए, लोग बोल रहे हैं कि नगर पालिका नरक पालिका बन गई है। अभी तक वार्ड में शहर जैसी कोई भी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। सफाई व्यवस्था बढाई जाए। शहर के रामलीला रोड की सड़कों पर अतिक्रमण की वजह से लगी जाम की समस्या से निजात दिलाने का मामला पुरजोर तरीके से उठा। पथ प्रकाश,सफाई, स्ट्रीट लाइट के अलावा विकास कार्यों पर बोर्ड की मुहर लगी।

सिंधी मिल के सभासद अमित मिश्रा ने कहा कि शहर में लगी अधिकांश स्ट्रीट लाइटें जल नहीं रही हैं। स्विच और तार खराब पड़े हैं। शिकायत के बाद भी लाइट लगाने वाली संबंधित कंपनी की ओर से खराबी को ठीक नहीं किया जा रहा है। लच्छीराम पोखरा के पास करीब एक साल से पोल गिरा है और हाई मास्ट लाइट खराब है। उसे ठीक कराया जाए।

सभासदों ने कहा कि नवसृजित वार्ड में पांच सफाई कर्मियों की तैनाती की गई है, इसकी वजह से सफाई व्यवस्था सहीं तरीके से नहीं हो पा रहा है। इसके जगह पर दस सफाईकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाए। ठंड से बचाव के लिए प्रत्येक वार्ड में 150 कंबल वितरण किया जाए, जिसकी गुणवत्ता बेहतर होनी चाहिए। धर्मशाला के नीचे रैन बसेरा नहीं होने के कारण ठंड में निराश्रितों को भटकना पड़ रहा है।
वार्ड नंबर सात के सभासद तसलीम मलिक ने कहा कि पानी की टंकी बन गई है। लेकिन जमीन में पड़े पाइप की गुणवत्ता ठीक नहीं होने के कारण पाइप फट जा रही हैं। इसकी वजह से जलापूर्ति नहीं हो पा रही है। रमेश मल्ल, सत्यप्रकाश ने रामलीला मैदान की सड़कों के किनारे किए गए अतिक्रमण को खाली कराने पर जोर दिया। सभासदों ने शहर के विकास की रफ्तार बढ़ाने और समस्याओं के निदान के लिए मांग किया।

ठंड से बचाव के लिए वार्डों में अलाव की व्यवस्था पर चर्चा हुई। इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष अलका सिंह, ईओ रोहित सिंह, वंदना देवी, अजय कुमार, पुष्पा देवी, बालेंद्र बहादुर सिंह, निर्मला , रूपा शुक्ला, प्रियंका वर्मा आदि मौजूद रही।
रोशन होंगे शहर के इलाके
सिविल लाइन पर पुरवा चौराहा से रुद्रपुर रोड पर 1217052 लाख की लागत से स्ट्रीट लाइट, शहर के नवसृजित वार्डों के मुख्य चौराहों पर एलईडी हाईमास्ट फिटिंग आपूर्ति और अधिष्ठान कार्य पर 5189842 खर्च होगा। 15 वित्त से 2000 एलईडी 72 वाट की लाइटिंग पर 1.91 करोड़ रुपये खर्च करने पर विचार किया गया।

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