विश्वजीत राय
सफल समाचार
अहिरौली बाजार। थाना क्षेत्र के परतावल गांव में मंगलवार की रात 20 वर्षीय नवविवाहिता ने गले में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। उसका पति महराजगंज जिले में बेकरी का काम करता है। वह घटना के समय घर पर नहीं था। दोनों ने करीब डेढ़ साल पहले कोर्ट मैरिज की थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बताया जा रहा है कि परतावल गांव के उमेश प्रसाद की पुत्री शिल्पी (20) ने अपनी मर्जी से गांव के ही विष्णु राजभर से करीब डेढ़ वर्ष पूर्व कोर्ट मैरिज की थी। मंगलवार की रात शिल्पी ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजन उसके कमरे में गए तो वह छत के कुंडे से लटकी हुई मिली। परिजन उसे कुंडे से उतारकर सीएचसी पिपराइच ले गए। परिजनों ने डाॅक्टर से बताया कि वह बार-बार बेहोश हो जा रही है। डॉक्टर ने देखा और बताया कि फंदा लगाने से उसकी मौत हुई है। डाॅक्टर ने इसकी सूचना पिपराइच पुलिस को दी। पिपराइच थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और अहिरौली बाजार थाने की पुलिस को सूचना दी। अहिरौली बाजार के प्रभारी थानाध्यक्ष रविभूषण राय, उप निरीक्षक विनोद सिंह, चंदन प्रजापति, कांस्टेबल सोनू चौहान, धर्मेंद्र, राकेश एवं महिला कांस्टेबल निरमा गोरखपुर जिले के पिपराइच में स्थित सीएचसी पहुंचे और शव लेकर थाने चले गए। उसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इस संबंध में अहिरौली बाजार के प्रभारी थानाध्यक्ष रवि भूषण राय ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। कोई तहरीर नहीं मिली है।
ससुराल वालों पर सूचना नहीं देने का आरोप
मृतका शिल्पी की मां संभावती देवी ने आरोप लगाया कि इस घटना की सूचना बेटी के ससुराल वालों ने नहीं दी। रात 12 बजे पुलिस घर पहुंची। पुलिस ने बताया कि आपकी लड़की की मौत हो गई है। संभावती देवी ने बताया कि करीब पंद्रह दिन पहले शिल्पी उनके पास आई थी और अपने कुछ कागजात लेकर चली गई थी। उस समय उसने बताया था कि घर से एक मोबाइल फोन गायब हुआ है, जिसकी चोरी का आरोप उस पर लग रहा है। संभावती देवी ने कहा कि उसी मोबाइल चोरी के आरोप के कारण उनकी बेटी ने आत्महत्या की है। शादी के बाद पहली बार लड़की मायके आई थी। अब तक कोई तहरीर नहीं दी गई है। परिजनों से बात करने के बाद निर्णय लिया जाएगा।
मां की ममता से वंचित हुआ आठ माह का बच्चा
शिल्पी का आठ माह का बच्चा मां की ममता से वंचित हो गया। शिल्पी का आठ माह का पुत्र है, जिसका अभी तक नामकरण नहीं हुआ है। लोग उस बच्चे की परवरिश को लेकर चिंतित थे।