विश्वजीत राय
सफल समाचार
पकवा इनार। विश्व बैंक सहायतित प्रो-पुअर पर्यटन विकास की करीब 18 करोड़ की परियोजनाओं के पूरा होने की अवधि में अब तीन दिन ही बचे हैं, लेकिन कई निर्माण कार्य अधूरे हैं। ऐसे में तय समय सीमा में परियोजनाओं का पूर्ण होना कठिन है। निर्माणाधीन परियोजनाओं का कार्यदायी संस्था जीडीए के सहायक अभियंता ने निरीक्षण किया तो पता चला कि तालाबों की सफाई, बुद्ध प्रतिमा स्थल पर लाइटिंग व सुंदरीकरण, बेंच आदि की गुणवत्ता भी खराब है। उन्होंने अधूरे कार्यों को शीघ्र पूरा कराने के निर्देश दिए।
एई राजबहादुर सिंह ने बुधवार को केके कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारियों के साथ पर्यटन विभाग, विश्व बैंक की सहायता से बुद्ध विपश्यना उपवन का जीर्णोद्धार, मेडीटेशन सेंटर, पाथवे, पवेलियन, वाटर एटीएम, बेंच, अत्याधुनिक शौचालय, फूड प्लाजा का निर्माण, नौ हस्त-शिल्पकारों के उत्पादों के लिए नौ दुकानों का निर्माण, हिरण्यवती नदी के बुद्धा घाट पर दोनों तरफ 300-300 मीटर में परिक्रमा पथ, पर्यटक आवास का जीर्णोद्धार, लॉबी सुंदरीकरण, पर्यटन कार्यालय का जीर्णोद्धार, शौचालयों का सुंदरीकरण आदि निर्माण कार्यों का जायजा लिया। इन कार्य को पूरा करने की अवधि दिसंबर 2023 तक है। लेकिन, कई निर्माण कार्य अधूरे हैं, जिन्हें इस महीने पूरा नहीं किया जा सकता। एई ने केके कंस्ट्रक्शन के जीएम केसी शर्मा व सीकान के जेई एसए खान को मेडीटेशन सेंटर को हवादार व मच्छररोधी के साथ प्राकृतिक वातावरण युक्त बनाने की बात कही। इसके लिए डबल स्टेक विंडो व स्लाइडिंग वर्क कराने का सुझाव दिया। उन्होंने बुद्ध विपश्यना के बाहर महात्मा बुद्ध की प्रतिमा स्थल के सुंदरीकरण व लाइटिंग के लिए प्रोफाइल लाइटिंग लगाने के निर्देश दिए। प्रतिमा के चारों तरफ रेलिंग व जंजीर लगाकर सुंदरीकरण करने के लिए कहा। हिरण्यवती नदी के बुद्धा घाट निर्माणाधीन परिक्रमा पथ के दोनों तरफ लाइट व फूड प्लाजा के अधूरे पड़े कार्यों को पूरा करने के भी निर्देश दिए। इस मौके दौरान सेफ्टी आफिसर अविनाश सिंह आदि मौजूद रहे।