प्रवीण शाही
सफल समाचार कुशीनगर
साफ हुआ तस्वीर- सीधी टक्कर सिर्फ राजनीतिक क्यास
खुलकर बोलने लगी जनता, स्वच्छ और मजबूत लोकतंत्र के लिए करेगे मतदान
देवरिया लोकसभा क्षेत्र के तमकुहीराज व फाजिलनगर विधानसभा क्षेत्र की चुनावी गणित
01 जून को देवरिया लोकसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान को लेकर चल रही चुनावी शोर कल थम जाएगी। इधर जनता की चुप्पी ने राजनैतिक दलों और प्रत्याशियों की टेंशन बढ़ा रखी थी। लेकिन चुनाव जैसे ही अंतिम दौर में पहुँचा रहा। आम मतदाताओं ने बढ़ चढ़कर मतदान करने की बात कहना शुरू कर दी है। जनता प्रत्याशियों को लेकर अब भी वहीं बात कह रही। उनका साफ मानना है कि कोई भी प्रत्याशी न उन्हें समझ रहा, और न जनता उन्हें पहचान रही। लेकिन देश में मजबूत व स्वच्छ लोकतंत्र की स्थापना उनकी जिम्मेदारी है। ऐसे में वे अपने मताधिकार का प्रयोग कर अपने पसंद के सांसद का चुनाव करेगें।
चुनाव के अंतिम समय में सभी राजनैतिक दल अपना अपना दांव चल रहे, जनता को गुमराह करने और अपने पाले में लाने का प्रयास भी कर रहे। लेकिन जनता भी सब कुछ समझ रही।
आम मतदाताओं के बीच हो रही चर्चा एक बड़ा संदेश दे रहा। उनका चुनाव में बढ़ चढ़कर मतदान करने की बात हो या फिर जाति के नेताओं को आइना दिखाने का सबकी चर्चा खूब हो रही। आम मतदाताओं की माने तो जाति की राजनीति करने वाले जो खुद को अपने समाज का अगुआ कहने वाले लोगों ने उनके मान सम्मान को नीलाम कर रखा है। जाति की राजनीति को हवा देने वाले ऐसे ही लोगों ने समाज मे पूरी जाति पर संदेह पैदा करा अपमानित करा रहे। उनका यह भी मानना है कि ऐसे लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए चुनाव के समय पूरी योजना के साथ खेल शुरू करते है। मतदाताओं के बीच से जो संकेत आ रहा, वह चुनाव के माहौल की स्थिति साफ कर चुका है। और ऐसे लोग हासिए पर दिखना शुरू हो गये है।
इस बार भी चुनाव की गणित पूर्व की चुनाव की तरह ही दिख रही। वहीं पार्टियों के चुनाव कार्यालय और वहां के व्यवस्था को लेकर मतदाताओं के बीच जो चर्चा है, वह यह कि अपने को बड़े नेताओं का खास बताने और प्रत्याशी से अपना रिचार्ज कराने की चर्चा भी खूब हो रही। यहां चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला है, और पार्टी कार्यालयों में बड़ी बड़ी बात फेक छुटभैया नेता जिनके कहने पर उनके परिवार के मतदाता ही अपना रुख बदल देते है, ऐसे लंबे चमकदार कुर्ता वाले नेता बड़ा, छोटा, मझला और सामान्य रिचार्ज के लिए लंबी लंबी फेक अपना हौवा टाइट कर रिचार्ज कराने में सफल दिख रहे। जबकि कुछ ऐसे कार्यकर्ता कार्यालय में मुख्य भूमिका निभा रहे, जिनको लेकर पार्टी कार्यकर्ता व मतदाता यह कह रहे कि वे सब कुछ डकार जा रहे और कौरी तंक नहीं कर रहे।
आम मतदाताओं में यह भी चर्चा है कि राजनैतिक दल उसी मीडियाकर्मियों से बात कर रहे जो उनके कार्यकर्ता के तौर पर उनके साथ जुड़े है, शेष या सामान्य पत्रकारों से उनकी दूरी और पत्रकारों द्वारा चुनावी विश्लेषण न करना भी चर्चा में सुमार हो रहा। कौन क्या लिख रहा, उसका क्या परिणाम होगा। उसकी भी चर्चा शुरू हो गयी है।
कल फिर मिलते है, आम मतदाताओं के बीच होने वाली अहम जानकारी और उनके विचारों के साथ। आप स्वस्थ्य और खुश रहे, आपका दिन शुभ हो।
निवेदन :- लोकतंत्र के इस महापर्व में हिस्सा अवश्य ले, अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए अपने मनपसंद के प्रत्याशी का चुनाव करे, देश में मजबूत लोकतंत्र की स्थापना करने के साथ ही क्षेत्र के विकास को नई गति दे।