विश्वजीत राय
सफल समाचार कुशीनगर
कुशीनगर में फलों का राजा भी नहीं बचा हानिकारक केमिकल से, मुकदमा
पडरौना। फलो का राजा आम भी मिलावटखोरों की नजर से नहीं बच पाया है। आम को पकाने के लिये कुछ व्यापरियों द्वारा ऐसे केमिकल का प्रयोग किया जा रहा है, जो मानव की सेहत के लिए बेहद हानिकारक हैं।
कप्तानगंज में एक कारोबारी के द्वारा बेचे जा रहे आम की सैंपलिंग कर जांच करायी गयी तो सामने आया है कि इसमें ऐसा ही केमिकल मिलाया गया है, जो बेहद हानिकारक है। खाद्य सुरक्षा विभाग ने आम व्यापारी को नोटिस देते हुये मुकदमा भी पंजीकृत करा दिया है।
आम खरीदते वक्त लोगों के मन में हमेशा ये रहता है कि ये नेचुरली पका है या इसे केमिकल से तो नहीं पकाया गया होगा। मगर सीजन के शुरुआत और अंत में बाजारों में केमिकल से पकाए आम ज्यादा दिख रहे हैं। आमजनमानस को ताजा व सुरक्षित फल उपलब्ध कराने को लेकर खाद्य सुरक्षा अधिकारी सच्चिदानन्द गुप्ता ने विभागीय टीम के साथ फलों में कार्बाइड के प्रयोग को रोकने के लिये अभियान चलाया था। पूरे जिले में चले सघन अभियान में जगह-जगह आम के गोदामों से पके हुए आम का सैम्पल लिया गया।
इसी बीच कप्तानगंज नगर के सर्वोदय कालोनी स्थित प्रोप्राईटर राजू कसौधन के ओम ट्रेडिंग कम्पनी में जांच टीम ने पहुंच पके आम का नमूना लिया था। वहां रखे आम की पेटियों के बीच टीम के सदस्यों को एक पुड़िया मिली। इसकी जांच करने के बाद खाद्य सुरक्षा अधिकारी सच्चिदानन्द गुप्ता ने बताया कि आम के पेटियों के बीच कार्बाइड या चाइनीज पुड़िया रखी गयी थी। हालांकि कार्बाइड से पके फलों के ऊपर पाउडर लगा नजर
आता है लेकिन फलों के ऊपर नेचुरल पाउडर भी होता है।
इसलिए केवल पाउडर देखकर यह कहना मुश्किल था कि फल कार्बाइड से पकाया गया है। इसकी पुष्टि के लिये आम और उसे पकाने में प्रयुक्त पुडिया का नमूना लेकर प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया। प्रयोगशाला से मिले जांच रिपोर्ट में आम के नमूने को असुरक्षित घोषित कर दिया गया है।
जांच रिपोर्ट आने के बाद सहायक आयुक्त खाद्य प्रदीप राय द्वारा संबंधित व्यापारी के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा पंजीकृत करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि आम के पेटी के बीच में कार्बाइड की पुड़िया रखी जाती है, नमी के सम्पर्क मे जाने पर पुडिया फट जाती है और इसमें से इथाइलीन गैस निकलती है, जो फल को पकाने का काम करती है। यह इतनी खतरनाक होती है कि फलों के सम्पर्क में आने वाले अन्य फल भी पक जाते हैं। यह मानव की सेहत के लिए खतरनाक होती है।