प्रवीण शाही
सफल समाचार कुशीनगर
तमकुहीराज तहसील में व्याप्त अंधेरगर्दी का आखिर जिम्मेदार कौन
तमकुहीराज तहसील में कुछ राजस्व कर्मियों को शासन प्रशासन का लग रहा कोई भय नहीं रह गया है। राजस्व न्यायालय संबंधित कोई विधिक कारवाई की आख्या हो या सीधे आम जनता से जुड़े शिकायतों का समाधान कुछ राजस्व कर्मियों की कारगुज़ारी से आम जनता त्रस्त हो चुकी है। देहाती कहावत “ऊपर राज्यपाल नीचे लेखपाल” को चरितार्थ करते हुए बिना भय संशय के हर कार्य के लिए खुलेआम रिश्वत लेने की परम्परा पर जागरूक वर्ग की खामोशी का फायदा कुछ दागी राजस्व कर्मी खूब उठा रहे है। न्याय प्रिय अधिकारियों की शराफत का फायदा उठा रहे इन दागी राजस्व कर्मियों से क्षेत्र की जनता बेहाल हो चुकी है। अवैध गतिविधियों में शामिल कुछ गिने चुने राजस्व कर्मी नियम कानून को धता बताते हुए वर्षो से एक ही हल्का में अंगद की पैर की जमाए हुए आम जनता का शोषण कर रहे है। कुछ अधिकारियों का कृपा पात्र बनकर एक ही हल्के में वर्षो से जमे रहकर अब तो रियल स्टेट के कारोबार में भी अप्रत्यक्ष रूप से हाथ आजमाने लगे है। विवादित जमीनों की खरीद फरोख्त, प्लाटिंग सहित तमाम गैर कानूनी कार्य करना इन दागी कर्मियों का शगल बन गया है। हैरत की बात यह है कि सब कुछ जानते हुए भी तमकुहीराज तहसील के न्याय प्रिय अधिकारी पता नहीं किस दबाव में खामोश है। संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों की परिक्रमा करके अपने ही विभाग के अन्य राजस्व कर्मियों पर अपनी धौंस जमाकर जनता से सरेआम लूट खसोट मचाने वाले इन गिने चुने राजस्व कर्मियों के कारनामों की फेरहिस्त बहुत बड़ी है। विडंबना यह है कि कुछ दागी कर्मियों के कारनामों के कारण आम जनता त्राहि माम करते हुए अधिकांश सभ्य एवं न्याय प्रिय राजस्व कर्मियों पर भी अंगुली उठा रही है। ऐसे में जनता के दर्द को स्थानीय जन प्रतिनिधियो एवं जागरूक वर्ग को समझना होगा। एक ही हल्के में वर्षो से जमे रहकर कागजी खानापूरी करके तमकुहीराज तहसील में ही अपनी सारी नौकरी बिताने की ख्वाहिश रखकर अकूत संपति अर्जित करने वाले इन दागी राजस्व कर्मियों के खिलाफ हल्का बोल करना समय की मांग बन गई है