विश्वजीत राय
सफल समाचार कुशीनगर
असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के अधिकारों के प्रति सशक्तिकरण अभियान के अंतर्गत जिला स्तरीय ईंट भट्ठा मजदूर संघ का आयोजित हुआ परिचर्चा बैठक
प्रत्येक श्रमिकों को सुरक्षा और सम्मान मिलें तथा बुढ़ापा में आराम मिले मंशी यादव अध्यक्ष ईंट भट्ठा मजदूर संघ कुशीनगर।
असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के अधिकारों के प्रति सशक्तिकरण अभियान के अंतर्गत ईंट भट्ठा मजदूर संघ के सदस्यों ने कुबेरस्थान में जिला स्तरीय बैठक का आयोजन किया जिसमें 120 मजदूर 68 पुरुष और 54 महिला श्रमिकों की भागीदारी हुई।
परिचर्चा के दौरान श्रमिकों ने अपने अधिकारों के प्रति न्यूनतम मजदूरी का भुगतान, कार्य स्थल पर सभी प्रकार की सुरक्षा और सुविधाएं जैसे छाया, स्वच्छ पीने की पानी, शौचालय, भट्ठा बंद होने के दौरान वैकल्पिक रोजगार, बच्चों की भट्ठा पर शिक्षा की व्यवस्था, सामाजिक सुरक्षा, सुरक्षा के टूल्स, श्रमिक सम्मान निधि, दुर्घटना या चोट लगने पर कार्य पर वापसी तक परिवार के भरण पोषण भत्ता, ईलाज की व्यवस्था और कंपनसेशन राशि का सहयोग, श्रमिक परिवार के सुरक्षा के लिए आवास और बिजली की व्यवस्था, गांव में आवासीय और कृषि भूमि, BOCW की योजनाओं का लाभ दिए जाने का प्रस्ताव बनाया गया। बैठक में मंशी यादव जिला अध्यक्ष ईंट भट्टा मजदूर संघ कुशीनगर ने कहा कि हर हाथ को काम, काम का पूरा दाम और प्रत्येक श्रमिकों को सुरक्षा और सम्मान के साथ बुढ़ापा में आराम मिलना चाहिए ऐसी व्यवस्था सरकार के द्वारा की जानी चाहिए। रामवृक्ष गिरि सामाजिक कार्यकर्ता के द्वारा ईंट भट्ठा मजदूरों के लिए संचालित सामाजिक सुरक्षा योजनाओं पर विस्तार से जानकारी दिया गया तथा श्रमिक सुविधा केंद्र पर संपर्क कर मार्गदर्शन लेने के लिए आमंत्रित किया गया। मोतीलाल व किस्मती उपाध्यक्ष, सुनीता देवी सचिव, सिताबी प्रसाद संगठन मंत्री, बशुधर प्रसाद सूचना मंत्री , संगीता देवी कोषाध्यक्ष, राजू प्रसाद, दिनेश प्रसाद, रामबहाल सिंह और दुर्गा देवी आदि ने संबोधित किया।
बैठक में मार्च तक सदस्य संख्या 500 तक विस्तार करने, गांव में एवं भट्ठा पर ईंट भट्ठा श्रमिकों के साथ बैठक कर उनके स्थानीय समस्याओं की सूची बनाने, समस्याओं के समाधान के लिए प्रशासनिक और जनप्रतिनिधियों से सहयोग लेने के लिए योजनाओं पर सहमति बनी।
इस अवसर पर संगीता देवी फूलकली देवी, अक्षैबर पासवान, सुनील कुमार, जिलेबा देवी, इंद्रजीत प्रसाद, गुलाब, उमेश, गुड्डू, अमिका देवी, कोलाई प्रसाद, सुरेंद्र प्रसाद, दुलारी देवी, कोशली देवी, प्रमोद कुमार, तूफानी प्रसाद, हरेंद्र प्रसाद आदि सैकड़ों मजदूर उपस्थित रहे।