सफल समाचार
विक्रांत सिंह चौहान
रुद्रपुर ऊधम सिंह नगर
“तिरंगे के साथ सम्मान का संदेश: अधिवक्ता परिषद उधम सिंह नगर ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर भारतीय सेना को किया नमन”
उधम सिंह नगर, 24 मई 2025 — आज का दिन जनपद उधम सिंह नगर के लिए गौरव और राष्ट्रभक्ति से परिपूर्ण रहा। अधिवक्ता परिषद जनपद इकाई उधम सिंह नगर के तत्वाधान में भारतीय सेना के अदम्य साहस और पराक्रम को सम्मानित करने हेतु एक भव्य “तिरंगा यात्रा” का आयोजन किया गया। यह यात्रा जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर से आरंभ होकर कलेक्ट्रेट परिसर तक निकाली गई, जिसमें सैकड़ों अधिवक्ताओं ने राष्ट्रध्वज के साथ देशभक्ति का संदेश देते हुए भाग लिया।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य हाल ही में भारतीय सेना द्वारा संपन्न किए गए ऑपरेशन सिंदूर की ऐतिहासिक सफलता को स्मरण करना और देशवासियों के बीच सेना के प्रति कृतज्ञता और सम्मान की भावना को प्रबल करना था। ऑपरेशन सिंदूर को भारतीय सेना की रणनीतिक सूझबूझ, अद्भुत समर्पण और साहसिक कार्रवाई का प्रतीक माना जा रहा है, जिसने देश की सुरक्षा को एक नई ऊंचाई प्रदान की है।
नेतृत्व व सहभागिता
इस तिरंगा यात्रा का नेतृत्व वरिष्ठ अधिवक्ता एवं अधिवक्ता परिषद के जिला अध्यक्ष श्री डीडी गुणवँत जी ने किया। उनके साथ जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री दिवाकर पांडे जी, प्रांतीय संगठन मंत्री श्री संजय सिंह जी, क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री बरीत सिंह जी, उपाध्यक्ष श्रीमती अनीता सक्सेना जी और महामंत्री श्री दुर्गेश मोहन शर्मा जी समेत अनेक प्रमुख अधिवक्ताओं ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई।
यात्रा में शामिल अन्य प्रमुख अधिवक्ताओं में श्री सुबेग सिंह जी, श्रीमती सुशीला मेहता जी, श्री संजीव फोगाट जी, श्रीमती सुभाषनी द्विवेदी जी, श्री जुगल बल्लभ गोस्वामी जी, श्री सुरेंद्र बिष्ट जी, श्रीमती प्रेमलता सिंह जी, श्री अभय सिंह सोलंकी जी, श्री गिरीश चतुर्वेदी जी, श्री अनिल सिंह जी, श्री धर्मेंद्र शर्मा जी, श्री जसवंत सिंह जी, श्रीमती राजेश्वरी कपिल जी, श्री अखलाक मलिक जी, श्री विनोद सिंह जी, श्री गुरवीर सिंह जी और श्री मनदीप सिंह जी सहित अनेक गणमान्य अधिवक्ता शामिल रहे।
राष्ट्रभक्ति का जीवंत दृश्य
तिरंगा यात्रा के दौरान अधिवक्ताओं ने हाथों में तिरंगा लेकर “भारत माता की जय”, “वंदे मातरम्”, और “जय हिन्द” जैसे राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत नारों का उद्घोष किया। पूरा वातावरण देशभक्ति की भावना से गुंजायमान हो गया। अधिवक्ताओं का यह संगठित प्रयास न केवल भारतीय सेना को सम्मानित करने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम था, बल्कि इससे समाज में राष्ट्रप्रेम और एकता की भावना भी और प्रबल हुई।
यात्रा के समापन पर कलेक्ट्रेट परिसर में एक संक्षिप्त सभा आयोजित की गई, जिसमें वक्ताओं ने भारतीय सेना के शौर्य, बलिदान और समर्पण की सराहना की। वक्ताओं ने यह भी कहा कि अधिवक्ता समाज न केवल कानून और न्याय के रक्षक हैं, बल्कि वे राष्ट्र निर्माण में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
संदेश और संकल्प
इस तिरंगा यात्रा ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि जब भी देश की सुरक्षा, सम्मान और अखंडता की बात आती है, तो हर नागरिक, हर वर्ग, चाहे वह अधिवक्ता हो, शिक्षक हो, छात्र हो या किसान — सब एक साथ खड़े होते हैं। अधिवक्ता परिषद की यह पहल भविष्य में अन्य संस्थानों और संगठनों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगी।
इस आयोजन से यह भी स्पष्ट हुआ कि समाज के बुद्धिजीवी वर्ग, विशेषकर अधिवक्ता समुदाय, न केवल संवैधानिक दायित्वों के प्रति सजग हैं, बल्कि वे राष्ट्रीय अस्मिता और गौरव को भी उतनी ही गहराई से महसूस करते हैं।