विश्वजीत राय
सफल समाचार कुशीनगर
कसाडा बोर्ड तथा विनियमित क्षेत्र पडरौना के सदस्यों के साथ डीएम ने की बैठक
बैठक दौरान विभिन्न प्रस्तावों सहित पुनरक्षित पडरौना महायोजना व कुशीनगर विशेष क्षेत्र महायोजना पर हुई चर्च
कुशीनगर परिक्षेत्र को बौद्ध विहार परिक्षेत्र के रूप में माइक्रोप्लान के अन्तर्गत सुनियोजित ढ़ग से विकास करने के डीएम ने दिए निर्देश
कुशीनगर क्षेत्र में विकासात्मक कार्यो को धरातल पर मूर्त रूप देने के साथ-साथ पर्यटन के दृष्टिकोण से उसे बहुआयामी रूप से करे विकसित:-डीएम
जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तवंर की अध्यक्षता में कल देर सायं कसाडा बोर्ड तथा विनियमित क्षेत्र पडरौना के सदस्यों के साथ बैठक की गई। बैठक दौरान रेगुलेटरी वर्क एवं विकास प्राधिकरण के अन्तर्गत कराए जाने वाले कार्यो, उनकी सीमाए, विभिन्न प्रकार के शुल्कों के बारे में सभी का विस्तार पूर्वक बताया गया।
एसडीएम सदर ने विनयमित क्षेत्र पडरौना के अन्तर्गत सम्मिलित गॉवों, उनके विकास के पहलुओं, आधारभूत मानचित्र, समय-समय पर परिवर्तन होने वाले शुल्कों, दाखिल मानचित्रों के सापेक्ष निस्तारित विवरण, अवशेष व निरस्त हुए नक्शे (भवनों का) के बारे में डीएम को अवगत कराया। 2024-25 मे सर्वे ऑफ इण्डिया के द्वारा किए जा रहे कार्यो की भी जानकारी दी गई। 2024-25 में 342 दाखिल भवनों के मानचित्र के सापेक्ष 321 स्वीकृत भवन मानचित्र, 13 निरस्त, 8 अवशेष तथा कारण बताओं नोटिस 6 को जारी हुए है। व्यवसायिक भवनो के मानचित्र अनुमोदन प्रक्रिया के बारे में यथा आवश्यक जानकारी प्राप्त की गई। जिलाधिकारी ने धारा 10 में जारी कारण बताओं नोटिस की संख्या काफी कम होने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होने कहा कि *जहॅा पर नक्शा पास हो सकता था लेकिन नही कराया गया तो उसे यथा आवश्यक नोटिस या अन्य कार्यवाहियॉ भी किया जाना चाहिए
इस दौरान कुशीनगर विशेष क्षेत्र महायोजना 2041, पडरौना विनयमित क्षेत्र 2031 व 2041 पर गहनता से बोर्ड के सदस्यों के साथ चर्चा की गई। डीएम ने कहा कि *हम सुनियोजित ढ़ग से कार्य करके पर्यटन के दृष्टीकोण इस वृहद स्तर पर विकसित कर सकते है। कसाडा का गठन भी इसीलिए हुआ था कि जनपद में कसया, कुशीनगर क्षेत्र में विकासात्मक कार्यो को धरातल पर मूर्त रूप देने के साथ-साथ पर्यटन के दृष्टिकोण से उसे बहुआयामी रूप से विकसित करे। कुशीनगर पर्यटक क्षेत्रों को लोगो के डेस्टीनेशन क्षेत्र हम सब को मिलकर बनाना है। अगर कोई पर्यटक यहॉ आता है अधिक से अधिक समय तक यहॉ रूके। यहॅा के विभिन्न स्थानों पर एक्सप्लोर करे। डीएम ने विभिन्न परिक्षेत्रों में लगने वाले आवासीय व व्यवसायिक भवनों के निर्मित क्षेत्रफल पर नक्शा प्रोसेसिंग शुल्क प्रति वर्ग मीटर,विकास शुल्क, अनुज्ञा शुल्क की भी जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए। जनवरी 2024 से 25 मई 2025 तक प्राप्त मानचित्र अवशेष मानचित्रो के बारे में जानकारी ली गई। बैठक दौरान ई-कार्ट चालक, कम्प्यूटर आपरेटर आदि भर्ती करने तथा अन्य विकासात्मक कार्यो के प्रस्तावों पर भी गहनता पूर्वक चर्चा की गई। उन्होने *कुशीनगर परिक्षेत्र को बौद्ध विहार परिक्षेत्र के रूप माइक्रोप्लान के अन्तर्गत सुनियोजित ढ़ग से विकास करने के निर्देश दिए* ।
बैठक में सीडीओ गुजंन द्विवेदी, एडीएम वैभव मिश्रा, एसडीएम व्यास नारायण उमराव तथा कसाडा के जेई, कनिष्ठ लिपिक सहायक तथा अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।