सफल समाचार
त्रिपुरेश तिवारी
ज्योतिष
– वर्ष 2008 से 2080 तक मकर संक्राति 15 जनवरी को होगी।
– आगामी 2081 से 72 वर्षों तक अर्थात 2153 तक यह 16 जनवरी को रहेगी।
सूर्य के धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश का दिन मकर संक्रांति के रूप में जाना जाता है। इस दिवस से मिथुन राशि तक में सूर्य के बने रहने पर सूर्य उत्तरायण का तथा कर्क से धनु राशि तक में सूर्य के बने रहने पर इसे दक्षिणायन का माना जाता है। सूर्य का धनु से मकर राशि में संक्रमण प्रतिवर्ष लगभग 20 मिनट विलम्ब से होता है। स्थूल गणना के आधार पर तीन वर्षों में यह अंतर एक घंटे का तथा 72 वर्षो में पूरे 24 घंटे का हो जाता है। यही कारण है, कि अंग्रेजी तारीखों के मान से मकर-संक्रांति का पर्व 72 वषों के अंतराल के बाद एक तारीख आगे बढ़ता रहता है।
मकर संक्रांति का पर्व इस बार भी साल 2022 की भाँति यानी साल 2023 में भी 14 जनवरी की बजाए 15 जनवरी को ही मनाया जा रहा है। 15 जनवरी से पंचक, खरमास और अशुभ समय समाप्त हो जाएगा।