पिछले दो दिनों से पहाड़ी और मैदानी इलाकों में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। सिंचाई बाढ़ खंड के कंट्रोल रूम से रविवार की रात 10 बजे जारी बुलेटिन के अनुसार गंगा का जलस्तर फाफामऊ में 77.19 और छतनाग में 73.56 मीटर रिकॉर्ड किया गया।

उत्तर प्रदेश प्रयागराज

सफल समाचार 
आकाश राय 

गंगा-यमुना के जलस्तर में जल्द उफान आने की आशंका है। हथिनी कुंड बैराज से रविवार की सुबह यमुना में 45,402 क्यूसेक पानी प्रति सेकेंड छोड़ने का काम शुरू हो गया। इससे मंगलवार तक यमुना के जलस्तर में तेज वृद्धि होने का अनुमान है।

पिछले दो दिनों से पहाड़ी और मैदानी इलाकों में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। सिंचाई बाढ़ खंड के कंट्रोल रूम से रविवार की रात 10 बजे जारी बुलेटिन के अनुसार गंगा का जलस्तर फाफामऊ में 77.19 और छतनाग में 73.56 मीटर रिकॉर्ड किया गया। इसी तरह नैनी में यमुना का जलस्तर रात 10 बजे 64.02 मीटर दर्ज किया गया। अफसरों के मुताबिक पहाड़ी इलाकों में बारिश और हथिनी कुंड से यमुना में पानी छोड़े जाने की वजह से जल दबाव बढ़ने लगा है।

उधर, कैराना से मिली रिपोर्ट के मुताबिक लगातार बारिश से हथिनी कुंड बैराज पर पानी का दबाव बढ़ गया है। रविवार सुबह आठ बजे हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा 30,866 क्यूसेक प्रति सेकंड दर्ज की गई। लेकिन, पानी का दबाव लगातार बढ़ने के कारण सुबह 10 बजे हथिनी कुंड बैराज से यमुना में 45,402 क्यूसेक पानी प्रति सेकंड डिस्चार्ज कर दिया गया।

 

मैदानी इलाकों में दूर-दूर तक हो रही बारिश के कारण छोटे नदी नालों से पानी भी अधिक मात्रा में यमुना नदी में जा रहा है। हथिनी कुंड बैराज से कैराना यमुना नदी तक पानी के पहुंचने में करीब 12 घंटे लगते हैं। जिस कारण मंगलवार रात तक यमुना के जलस्तर में वृद्धि हो जाएगी। रविवार सुबह 10 बजे यमुना का जलस्तर समुद्र तल से 228.26 मीटर की ऊंचाई पर बह रहा था।

जबकि, यमुना नदी का चेतावनी लेवल समुद्र तल से 231 मीटर तथा खतरे का निशान 231.5 मीटर पर है। ड्रेनेज विभाग के जेई आशु कुमार ने बताया कि यमुना नदी पर 24 घंटे नजर रखी जा रही है। रात तक जलस्तर में वृद्धि होने की संभावना है।

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