भोर से ही शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने लगी। बेल पत्र, धतूर, दूध, गंगा जल, भांग, मिष्ठान्न, नैवेद्य, फल और सुगंधित पुष्पों का भोग लगाकर देवाधिदेव महादेव की पूजा अर्चना की गई।

उत्तर प्रदेश प्रयागराज

सफल समाचार 
आकाश राय 

भोर से ही शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने लगी। बेल पत्र, धतूर, दूध, गंगा जल, भांग, मिष्ठान्न, नैवेद्य, फल और सुगंधित पुष्पों का भोग लगाकर देवाधिदेव महादेव की पूजा अर्चना की गई। बड़ी संख्या में कावड़ियों ने पड़िला महादेव, दशाश्वमेध महादेव मंदिर, सोमेश्वर महादेव और मनकामेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक किया। प्रतापगढ़ और कौशांबी में भी सभी प्रमुख शिवालयों में भोले भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। 

श्रावण मास के पहले सोमवार को मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। यमुना तट पर स्थित मनकामेश्वर महादेव मंदिर और सिविल लाइंस स्थित हनुमत निकेतन शिव मंदिर में भक्तों की लंबी कतार देखी गई। भोर से ही शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने लगी। बेल पत्र, धतूर, दूध, गंगा जल, भांग, मिष्ठान्न, नैवेद्य, फल और सुगंधित पुष्पों का भोग लगाकर देवाधिदेव महादेव की पूजा अर्चना की गई।

बड़ी संख्या में कावड़ियों ने पड़िला महादेव, दशाश्वमेध महादेव मंदिर, सोमेश्वर महादेव और मनकामेश्वर महादेव, कोटेश्वर महादेव, शिव कचहरी मंदिर, राजरूपपुर स्थित प्राचीन शिव मंदिर में जलाभिषेक किया। मंदिरों में महिला और पुरुष श्रद्धालुओं की कतार मंदिरों पर देखी गई। शिवतांडव और ऊं नम: शिवाय के साथ हर हर महादेव और बोल बम के उद्घोष होते रहे। शहर और गांव के सभी छोटे और बड़े शिव मंदिरों में भोर से ही पूजन अर्चन और जलाभिषेक शुरू हो गया। दशाश्वमेध घाट से जल भरकर कांवड़िए काशी विश्वनाथ के लिए रवाना हुए। 

मंदिरों के  आसपास पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था का व्यापक बदोबस्त किया गया। मंदिरों पर मेला लगा रहा। यहां खिलौने, फल, मिष्ठान्न और सौंदर्य प्रसाधान के सामग्रियों की बिक्री खूब हुई। संगम तट पर स्थित बड़े हनुमान मंदिर में सुबह से ही भक्तों की कतार लगी रही। हनुमान चालीसा और सुंदरकांड के पाठ से माहौल भक्तिमय रहा। 

मनकामेश्वर महादेव के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतार लगी रही। भोर से ही श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। यहां पर सुरक्षा व्यवस्था का व्यापक बंदोबस्त किया गया है। यमुना तट पर स्थित यह मंदिर पौराणिक है और इसका कई पुराणों में जिक्र मिलता है।

कौशांबी के शिव मंदिरों में उमड़ी भीड़

कौशांबी में सावन माह के प्रथम सोमवार को टेवां मे प्राचीन शिव मंदिर महेश बाबा के स्थान पर महिलाओं ने जलाभिषेक करके परिवार के सुख शांति की कामना की। क्षेत्र बरैसा कुआडीह, टेवां, उमरा, जजौली, भरसवॉ, सरसवां के भी श्रद्धालु भक्तों ने जलाभिषेक किया। सावन के महीने में क्षेत्र के श्रद्धालु भक्त भंडारे का भी आयोजन करते हैं।

आज सावन के प्रथम सोमवार के दिन पूर्व ग्राम प्रधान भरसवॉ विकास तिवारी एवं डॉ अजय तिवारी काका गुरुजी अजय त्रिपाठी व भाजपा नेता व मंझनपुर नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि विजय तिवारी, डॉ रामू ज्ञानेंद्र तिवारी आदि ने मिलकर रामचरितमानस का पाठ करवाया। साथ ही सावन के प्रथम सोमवार महेश बाबा के स्थान पर भंडारे का भी आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालु भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किए।

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