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विश्वजीत राय
खड्डा थाना क्षेत्र के मठिया बुजुर्ग गांव में एएनएम सेंटर के निर्माण के दौरान हुआ हादसा
मजदूर छड़ सीधा कर रहे थे, तभी ऊपर से गुजर रही 11 हजार वोल्ट लाइन के संपर्क में आ गए
खड्डा (कुशीनगर)। मठिया बुजुर्ग गांव में एएनएम सेंटर के निर्माण के दौरान छड़ सीधा करते समय दो मजदूर ऊपर से गुजर रही 11 हजार वोल्ट की हाइटेंशन लाइन के संपर्क में आ गए। इससे दोनों गंभीर रूप से झुलस गए। उसके बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। दोनों मजदूरों को एंबुलेंस से तुर्कहां स्थित सीएचसी ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने एक को मृत घोषित कर दिया, दूसरे का इलाज चल रहा है। उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। पुलिस ने मजदूर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
खड्डा थाना क्षेत्र के मठिया बुजुर्ग गांव में एएनएम सेंटर का निर्माण चल रहा है। उसके ऊपर से 11 हजार वोल्ट की लाइन गुजरी है। शनिवार को हनुमानगंज थाना क्षेत्र के भगवानपुर गांव के निवासी 42 वर्षीय जीऊत मुसहर और नौतार जंगल के 40 वर्षीय राजू साहनी दिहाड़ी पर मजदूरी कर रहे थे। उसी दौरान छड़ सीधा करते समय वे ऊपर से गुजर रही हाइटेंशन लाइन के संपर्क में आ गए। घटना के समय बिजली आपूर्ति जारी होने के कारण दोनों करंट की चपेट में आ गए। इसके बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई।
ग्रामीणों ने दोनों को एंबुलेंस से तुर्कहां सीएचसी पहुंचाया, जहां डाॅक्टर ने जीऊत को मृत घोषित कर दिया। राजू का इलाज चल रहा है। उसकी हालत खतरे से बाहर है।
शाम को आने को कहा था, आई मौत की खबर
जीऊत मुसहर के तीन बच्चे हैं। एक बेटी की शादी हो चुकी है, जबकि एक बेटी, एक बेटा तथा पत्नी लक्ष्मीना हैं। जीऊत की मौत के बाद से परिवार में चीख-पुकार मच गई। पत्नी लक्ष्मीना ने रोते-बिलखते बताया कि मजदूरी करके गुजर-बसर करते हैं। सुबह पति ने कहा कि मजदूरी करने जा रहे हैं। शाम को लौटेंगे। लक्ष्मीना भी खेत में सोहनी (मजदूरी) करने गई थी। घटना की जानकारी हुई तो उस पर वज्रपात हो गया। अस्पताल पहुंची। वहां परिजनों के चीत्कार से हौल गमगीन हो गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
अगर सचेत रही होती कार्यदायी संस्था तो बच जाती जीऊत की जान
मठिया बुजुर्ग गांव स्थित सरकारी जमीन में कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी संघ लिमिटेड (यूपी आरएनएसएस) की ओर से निर्माण कराया जा रहा है। इसके ऊपर से 11 हजार वोल्ट की लाइन गुजरी है। इसके बावजूद अनदेखा कर निर्माण की अनुमति दे दी गई। प्रधान प्रतिनिधि संतोष यादव, प्रदीप सिंह, प्रेम सिंह, धर्मेंद्र शर्मा, विनय सिंह आदि ने आक्रोश जताते हुए कहा कि बिजली के तार हटाने व सुरक्षा उपाय करने के लिए कई बार कहा गया था, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। नतीजतन, एक व्यक्ति की मौत हो गई। लोगों का कहना था कि इसके लिए सीधे सीधे कार्यदायी संस्था व प्रोजेक्ट को मंजूरी देने वाले दोषी हैं। इसकी जांच कर कार्रवाई की जाए।