कसया-पडरौना- पनियहवा यानी नया राष्ट्रीय राजमार्ग-727 (एनएच 28 बी पुराना) की सूरत बदलने का काम जल्द आरंभ होने की उम्मीद जगी है

उत्तर प्रदेश कुशीनगर

सफल समाचार 
विश्वजीत राय 

सर्वे का काम हो चुका है पूरा, डीपीआर तैयार करने का काम अंतिम दौर में

कसया में 4.2 किमी व पडरौना में 7.5 किमी दूरी में बनेगा बाईपास

कसया, पडरौना व खड्डा तहसील के किसानों व लोगों की ली जाएगी जमीन

पडरौना। आवागमन को और बेहतर बनाने के लिए जिले के कसया-पडरौना- पनियहवा यानी नया राष्ट्रीय राजमार्ग-727 (एनएच 28 बी पुराना) की सूरत बदलने का काम जल्द आरंभ होने की उम्मीद जगी है। इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग ने पड़ने वाले गांवों के प्रभावित होने वाले किसानों व लोगों की भूमि अधिग्रहण करने के सर्वे का काम राजस्व प्रशासन की मदद से लगभग पूरा कर लिया गया है। एनएचएआई के मुताबिक, निर्माण में 10 अरब रुपये खर्च होने का अनुमान है।
राजमार्ग प्राधिकरण सूत्रों की मानें तो सड़क परिवहन मंत्रालय की वार्षिक कार्ययोजना में इसे शामिल कर एनएच को डीपीआर बनाने के लिए कहा गया था। डीपीआर तैयार करने का काम अंतिम चरण में चल रहा है। बनने के बाद धन मिलने पर निर्माण शुरू कराया जाएगा। कसया से 23.615 किमी. तक फोरलेन और इसके आगे पनियहवा (यूपी- बिहार बॉर्डर) तक चौड़ीकरण कर टू लेन सड़क का निर्माण कराया जाएगा।

तीन तहसीलों से लगभग 76.766 जमीन का होगा अधिग्रहण
कार्यदायी संस्था भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की तरफ से निर्माण में जमीन अधिग्रहण के लिए पड़ने वाले कसया के आठ, पडरौना तहसील के 21 व खड्डा तहसील के तीन गांवों से 76.766 हेक्टेयर भूमि लेने के लिए सर्वे कार्य पूरा कर लिया गया है। इसमें 0 किमी कसया से 23.615 किमी तक 60 मीटर चौड़ी फोरलेन व 23.615 किमी से यूपी बिहार बॉर्डर 57.815 किमी तक 10 मीटर चौड़ी टू लेन पेव्ड शोल्डर होगी। निर्माण में दो बाईपास भी शामिल हैं। उनमें कसया बाईपास 4.2 किमी और पडरौना बाईपास सड़क 7.5 किमी लंबी होगी।

सड़क निर्माण में तहसीलवार पड़ने वाले गांव व स्थल

इस सड़क निर्माण में कसया तहसील के विशुनपुर विंदवलिया, शाहपुर, भलुही मदारी पट्टी, बैरिया राजा, बेलवा रामजस, डिघवा खुर्द, सेमरा धूसी व शामपुर हतवा के अलावा पडरौना तहसील के डिघवा बुजुर्ग, दमवतिया, मोती छपरा, बेलवा मिश्र, सोहरौना, कंठीछपरा, पगरा बुजुर्ग, केवल छपरा, लमुहा, भटवलिया, खड्डा खुर्द, खड्डा बुजुर्ग, जगदीशपुर, सरपतिया खुर्द, लीलाधर छपरा, पिपरा बुजुर्ग, सरगटिया, नौरंगिया, खड्डा तहसील के सेखुई खास, दमवतिया और केशव छपरा आदि शामिल किए गए हैं।

प्रभावित किसान व भवन स्वामी बोले
राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन अधिग्रहण करने वाली भूमि का उचित मुआवजा चाहिए। खेत में लगा ट्यूबवेल भी पड़ रहा है। योजना विकास की है।
-गोरखनाथ चौबे, भलुही मदारीपट्टी

राजमार्ग का निर्माण सरकारी कार्य है। प्रयास होगा कि कोई मेरे तरफ से दखल न हो। लेकिन निकलने वाली जमीन का अधिग्रहण करने से पहले अधिकतम मुआवजा मिले। परियोजना जनहित और भविष्य में विकास की है।

पारसनाथ मिश्र, वृत्ति टोला
सरकार व्यावसायिक उपयोग के लिए किसानों से जमीन अधिग्रहण करने का काम करती है, लेकिन मांग है कि राजमार्ग निर्माण में अधिग्रहण करने वाली भूमि का अधिकतम रकम राष्ट्रीय राजमार्ग ही प्रभावित किसानों को दे।
-संजय दुबे, भलुही मदारी पट्टी

जमीन पर घर बना लिया हूं। अब कोई जमीन पास में मेरे स्वामित्व की नहीं है। इससे नुकसान होगा। अगर परियोजना थोड़ी भी इधर-उधर हो जाए, तो मकान बच जाएगी।
-सोहराब अली, बैरिया राजा

सर्वे में पड़ रहे 3859 हरे पेड़
कसया से पनियहवा बिहार बाॅर्डर तक बनने वाली फोरलेन व टू लेन में वन विभाग के सर्वे में कुल 3859 हरे पेड़ पड़ रहे हैं। इसमें कसया वन रेंज में 281, पडरौना वन रेंज में 2252 और खड्डा वन रेंज में 1326 पेड़ पड़ रहे हैं। ये सभी बनने वाले 57.815 किमी में फैले हैं। यह जानकारी विभाग में तैनात गणक राम दुलारे ने दी है।

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