सफल समाचार
सुनीता राय
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संसाधनों से अमीर होने के बावजूद उत्तर प्रदेश पूर्व की गैर भाजपा सरकारों की कुनीति व कुशासन से गरीब और बीमारू राज्य बना हुआ था। भाजपा की डबल इंजन सरकार ने सुनीति और सुशासन से उत्तर प्रदेश को नई पहचान दी है। आज दुनिया मानती है कि यूपी गरीब व बीमारू राज्य नहीं बल्कि वह प्रदेश है जहां छह साल में साढ़े पांच करोड़ लोग गरीबी की रेखा से ऊपर उठे हैं।
सीएम योगी सोमवार पूर्वाह्न वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज परिसर में आयोजित पीएम आवास योजना के लाभार्थी सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने सिंगल क्लिक से प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के 5100 लाभार्थियों के बैंक खातों में 51.52 करोड़ रुपये की धनराशि अंतरित की। 250 लाभार्थियों को 50 हजार रुपये की दर से प्रथम किस्त, 2602 लाभार्थियों को 1.50 लाख रुपये की दर से दूसरी किस्त तथा 2248 लाभार्थियों को 50 हजार रुपये की दर से तीसरी किस्त की धनराशि भेजी गई। सीएम ने पीएम आवास योजना के 12 लाभार्थियों को आवास की प्रतीकात्मक चाबी सौंपी।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों को सवालों के घेरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक शासन करने वाली कांग्रेस, सपा और बसपा की सरकारों ने जनता को जनहित और विकास की योजनाओं के लाभ से वंचित रखा। कांग्रेस नारा देकर भी गरीबी नहीं हटा पाई। सपा के नारे जातिवाद, परिवारवाद के शिकंजे में भ्रष्टाचार के प्रतीक बन गए। बसपा के हाथी के पेट मे पूरा प्रदेश ही समा जा रहा था। इन सबका परिणाम यह रहा कि यूपी पिछड़ता चला गया। यदि जनता गरीब रहेगी तो प्रदेश व देश समृद्ध नहीं हो सकता।
सीएम योगी ने कहा कि छह साल से यूपी में दिख रहा विकास और जनकल्याण के कार्य पहले भी हो सकते थे पर पूर्व की सरकारों में इच्छाशक्ति का अभाव था।
उनके एजेंडे में सिर्फ मैं और मेरा परिवार था
सपा का बिना नाम लिए उन्होंने कहा कि उनके एजेंडे में मैं और मेरा परिवार ही था। प्रदेश के संसाधनों को लूटने के लिए महाभारत के सभी रिश्ते जुड़ जाते थे। उन्होंने किसानों, व्यापारियों का शोषण किया, युवाओं से अन्याय किया, महिलाओं की सुरक्षा खतरे में डाली।