सिंचाई विभाग अधीक्षण अभियंता दिनेश सिंह ने कहा कि नेपाल में होने वाली बारिश से नदियों का पानी बढ़ रहा है

उत्तर प्रदेश गोरखपुर

सफल समाचार 
सुनीता राय 

नेपाल में जोरदार बारिश और श्रावस्ती बैराज से फिर 76821 क्यूसेक पानी छोड़ देने से गोरखपुर-बस्ती मंडल में सभी नदियों में हलचल तेज हो गई है। इससे बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। राप्ती और घाघरा समेत सभी नदियों में कहीं पर कम तो कहीं पर जलस्तर में अधिक बढ़ाव का क्रम जारी है।

मंगलवार की शाम छह बजे तक श्रावस्ती जिले में राप्ती नदी खतरे के निशान 127.700 मीटर से 90 सेमी ऊपर बह रही है। इसकी वजह से गोरखपुर में भी राप्ती नदी में हलचल होगी। अयोध्या में घाघरा का पानी खतरे के निशान से महज 10 सेंटीमीटर नीचे रह गया है। राप्ती और रोहिन नदी में भी जलस्तर में बढ़ाव दर्ज किया गया है।

बीते दो दिनों से नेपाल में जोरदार बारिश हो रही है। इस वजह से करीब-करीब सभी नदियों का पानी बढ़ने लगा है। नेपाल में राप्ती नदी के कैचमेंट एरिया ( वह क्षेत्र, जिसमें बरसने वाला जल नदियों में आकर मिलता है) में लगातार बारिश हो रही है। इसकी वजह से घाघरा नदी का जलस्तर शाम चार बजे अयोध्या पुल पर 92.630 मीटर दर्ज किया गया। यहां खतरे का निशान 92.730 है।

इसी तरह से बर्डघाट, गोरखपुर में जलस्तर मंगलवार की सुबह 71.080 से बढ़कर शाम 71.280 मीटर पर पहुंच गया। रोहिन नदी के त्रिमुहानी घाट पर लगे गेज मीटर पर जलस्तर उतार पर रहा। जानकारों का कहना है कि नेपाल में महाव तटबंध टूटने का असर गोरखपुर और महराजगंज में रोहिन नदी पर पड़ेगा।

सिंचाई विभाग अधीक्षण अभियंता दिनेश सिंह ने कहा कि नेपाल में होने वाली बारिश से नदियों का पानी बढ़ रहा है। इसलिए सभी विभागों के सजग रहने के लिए कहा गया है। जिले में नदियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। फिलहाल नदिया खतरे के निशान से नीचे हैं। इसलिए चिंता की बात नहीं है।

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