सफल समाचार
शेर मोहम्मद
देवरिया पुलिस ने करीब सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरों को खंगाला है। वह गोरखपुर में रोडवेज की बस से उतरता दिख रहा है और सोनौली की बस में चढ़ रहा है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि राउतपार गांव निवासी मुकेश सिंह रविवार की देर रात अपहरण की कहानी झूठी रची है। अब वह पुलिस ने बचने के लिए पैंतराबाजी कर रहा है। पुलिस को सीसीटीवी कैमरे के फुटेज और जिनके साथ भागा था वह पुलिस के हाथ लग चुके हैं। बुधवार को पुलिस की पूछताछ में एक और राज सामने आया है। इस घटना में अखंड प्रताप सिंह और रामसिंगार के अलावा दो अन्य युवक भी शामिल हैं। उनके बारे में पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। ये दोनों युवक देवरिया बस स्टेशन तक मुकेश के साथ शहर के साकेत नगर, खरजरवा के रास्ते आए हैं। इसके बाद मुकेश ने रोडवेज बस से गोरखपुर और वहां से सोनौली को जाने वाली बस से निकल गया है। यह जानकारी पुलिस को गोरखपुर रेलवे स्टेशन पुलिस चौकी पर लगे सीसीटीवी के फुटेज से मिली है। पुलिस की नजरों से बचने के लिए मुकेश अब नए ठिकाने की तलाश भी कर रहा है। पुलिस को जानकारी मिली है कि वह अब अकेले है और खुद को छिपाने में जुटा हुआ है। इसके कारण उसकी तलाश में जुटी पुलिस की चार टीमों को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
जेल में हो रही दोस्ती, बाहर आते ही बना ले रहे गैंग
देवरिया। जेल में बंद बदमाश एक-दूसरे से गहरी दोस्ती बना ले रहे हैं। बाहर आते ही गैंग बनाकर लूट, हत्या जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। सलाखों के पीछे रहने के बाद बदमाश एक-दूसरे के नजदीक पहुंच रहे हैं। वर्षों साथ रहने के कारण हर रोज एक-दूसरे की मदद भी कर रहे हैं। मुकेश सिंह के मामले में ही देखा जाए तो 2012 में शहर के महाराणा प्रताप कालोनी निवासी कार्तिकेय मल्ल (13) पुत्र महेश मल्ल 17 मार्च 2012 को घर से लौट रहा था। इसी दौरान उसका अपहरण हो गया था। इस मामले में मुकेश सिंह और रंजीत के खिलाफ केस दर्ज हुआ था और दोनों जेल भेजे गए। मुकेश 2017 में जमानत पर छूट कर आया था। इस दौरान मुकेश की मित्रता अमाव निवासी अखंड प्रताप और मईल थाना क्षेत्र के तेलिया कला गांव निवासी रामसिंगार से हो गई। जब मुकेश बाहर आया तो दोनों से मिलकर खुद के अपहरण की कहानी रच दी। मऊ के मधुबन इलाके के रहने वाले बदमाश रामाश्रय यादव ने जेल में बंद रहने के दौरान पूर्वांचल के कई जिलों में गैंग बनाकर हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, डकैती की घटना कराई थी। इस बदमाश ने कुछ साथियों की जमानत तक की व्यवस्था कराई थी।