गोरखपुर विश्वविद्यालय में सत्र 2023-24 में स्नातक के छह पाठ्यक्रमों में 25 प्रतिशत सीटों की कटौती कर दी गई

उत्तर प्रदेश गोरखपुर

सफल समाचार 
सुनीता राय 

असुर के मीडिया प्रभारी अमरनाथ निषाद ने कहा कि सीटों में कटौती से सभी कोर्स के न्यूनतम मेरिट वाले छात्र स्वत: ही बाहर हो गए हैं। विश्वविद्यालय के ऐसे निर्णय से सबसे ज्यादा एससी, एसटी और ओबीसी के छात्र-छात्राएं प्रभावित होंगे। कहा कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन ने जल्द इस पर सकारात्मक निर्णय नहीं लिया तो उग्र प्रदर्शन करने को बाध्य हो जाएंगे।

गोरखपुर विश्वविद्यालय में सत्र 2023-24 में स्नातक के छह पाठ्यक्रमों में 25 प्रतिशत सीटों की कटौती कर दी गई है। जिससे इन पाठ्यक्रम में इस सत्र में 751 सीटें कम हो गई हैं। पिछले सत्रों में इन पाठ्यक्रमों में 3756 सीटों पर प्रवेश लिया गया था जबकि इस सत्र में 3005 सीटों पर प्रवेश लिया जा रहा है। इसको लेकर छात्रों में आक्रोश पनपता जा रहा है।

गोरखपुर विश्वविद्यालय में शुल्क वृद्धि का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि सीट कटौती से छात्र परेशान हो उठे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने गुपचुप तरीके से स्नातक के छह पाठ्यक्रम बीए, बीएससी मैथ, बीएससी बॉयो, बीएससी एजी, बीकॉम, बीबीए में 751 सीटों की कटौती की है। पिछले चार सत्र से इन सभी पाठ्यक्रमों में 3756 सीटों पर प्रवेश लिया जा रहा था। छात्रों का कहना है कि सीट कटौती से मेरिट में नीचे रहने वाले छात्र प्रवेश पाने से वंचित हो जाएंगे।

छह पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए निर्धारित सीट की स्थिति

बीए में 1945, बीएससी मैथ में 240, बीएससी बॉयो में 120, बीकॉम में 400, बीएससी एजी में 240 और बीबीए में 60 सीटें प्रवेश के लिए निर्धारित की गई हैं। इसमें 10 प्रतिशत ईडब्ल्यूएस की सीटें भी शामिल हैं।

सीट कटौती के विरोध में असुर ने बुलंद की आवाज
गोरखपुर विश्वविद्यालय की ओर से 25 फीसदी सीटों की कटौती के विरोध में अंबेडकर स्टूडेंट यूनियन फॉर राइट (असुर) ने बुधवार को मुख्यद्वार पर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने बारिश के बीच अपनी आवाज बुलंद की।

असुर के मीडिया प्रभारी अमरनाथ निषाद ने कहा कि सीटों में कटौती से सभी कोर्स के न्यूनतम मेरिट वाले छात्र स्वत: ही बाहर हो गए हैं। विश्वविद्यालय के ऐसे निर्णय से सबसे ज्यादा एससी, एसटी और ओबीसी के छात्र-छात्राएं प्रभावित होंगे। कहा कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन ने जल्द इस पर सकारात्मक निर्णय नहीं लिया तो उग्र प्रदर्शन करने को बाध्य हो जाएंगे। इस मौके पर ईश्वर कुमार विश्वविद्यालय प्रभारी, ईश कुमार, आकाश पासवान, शुभम सोनकर, सिया साहनी, विभा गौतम, जितेंद्र कुमार ,मंजेश कुमार, आदित्य देव, कुमारी प्रियंका, गोल्डन कुमार आदि मौजूद रहे।

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