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सुनीता राय
पादरी बाजार (गोरखपुर)। 12 साल पहले आरटीओ के दलाल ने एक शख्स के कार के आरटीओ रजिस्ट्रेशन के नाम पर रुपये लेने के बाद फर्जी आरसी पेपर दे दिया। नवंबर 2021 में खजांची चौराहे पर यातायात पुलिस ने नंबर प्लेट बदलकर चलाने के आरोप में पीड़ित को जेल भेज दिया। जेल से छूटने के बाद पीड़ित ने कोर्ट का सहारा लिया। शुक्रवार को कोर्ट के आदेश पर सिकरीगंज के बारीगांव निवासी अरिमर्दन सिंह व शाहपुर के रवींद्रनाथ पांडेय के खिलाफ शाहपुर पुलिस ने धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, रामगढ़ताल इलाके के चिलमापुर प्रताप नगर निवासी हेमंत कुमार त्रिपाठी ने पुलिस को दी तहरीर में लिखा है कि नवंबर 2011 में पैडलेगंज स्थित एक एजेंसी से कार खरीदी। कार लेने के बाद रजिस्ट्रेशन के लिए आरटीओ कार्यालय गए। वहां पर अरिमर्दन व रवींद्रनाथ मिले, दोनों ने कहा कि पैसा और पेपर दे दीजिए, कार का रजिस्ट्रेशन एक सप्ताह में कराकर आरसी पेपर खजांची चौराहे के पास दे देंगे। एक सप्ताह बाद आरोपियों ने कार का आरसी पेपर दे दिया।
इसके बाद पीड़ित ने आरसी पेपर पर अंकित नंबर का प्लेट लगाकर चलने लगे। डेढ़ साल पहले किसी काम से मेडिकल कॉलेज जा रहे थे, इसी दौरान खजांची चौराहे पर यातायात पुलिस ने रोक लिया और कार का पेपर देखने के बाद ऑनलाइन नंबर चेक किया तो किसी और का नाम दिखा रहा था। इसके बाद यातायात पुलिस ने फर्जी नंबर प्लेट लगाकर चलने के आरोप में कार सीज कर पीड़ित को जेल भिजवा दिया। चार महीने बाद जमानत पर छूटने के बाद पीड़ित ने दोनों आरोपियों के खिलाफ शाहपुर थाने में तहरीर दी। वहां से कार्रवाई नहीं होने पर कोर्ट का सहारा लिया। शुक्रवार को कोर्ट के आदेश पर दोनों आरोपियों के खिलाफ शाहपुर पुलिस ने धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।