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विश्वजीत राय
करीब तीन-तीन लाख रुपये की लागत से खरीदी गई थीं 18 हेल्थ एटीएम
कई महीने पड़ी रहीं जिला अस्पताल के एमसीएच विंग में, डेढ़ महीने पहले भेजी गईं अस्पतालों में
ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों की जल्द जांच के लिए खरीदी गई थीं मशीनें
कहीं मशीन में करंट आने से नहीं हो रही जांच तो कहीं संचालित करने के लिए टेक्नीशियन नहीं
हेल्थ एटीएम से बुखार, खून की जांच, शुगर, ब्लड प्रेशर, ऊंचाई सहित 30 से अधिक प्रकार की जांच की है सुविधा
संवाद न्यूज एजेंसी
कुशीनगर। जिले के सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों के वजन, शुगर, बीपी सहित 30 से अधिक प्रकार की जांच की सुविधा एक ही जगह उपलब्ध कराने के नाम पर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से करीब एक साल पहले खरीदी गईं 18 हेल्थ एटीएम अब भी पूरी तरह से क्रियाशील नहीं हो पाई हैं। प्रत्येक मशीन पर करीब तीन लाख रुपये खर्च किए गए थे। पहले तो कई महीने जिला अस्पताल के एमसीएच विंग में पड़ी रहीं। उसके बाद करीब डेढ़ महीने पहले सरकारी अस्पतालों में भेजी गईं, लेकिन ये मशीनें अधिकतर स्थानों पर क्रियाशील नहीं हो पाई हैं। कहीं मशीन में करंट आने से जांच नहीं हो पा रही है तो कहीं टेक्नीशियन नहीं हैं। इंटरनेट की समस्या भी बाधक बन रही है। ऐसा दशा में जिस उद्देश्य से इन मशीनों को खरीदा गया था, वह पूरा नहीं हो पा रहा है।मरीजों को अब भी निजी पैथोलॉजी पर निर्भर रहना पड़ रहा है।
विशुनपुरा सीएचसी में लगी हेल्थ एटीएम में आता है करंट, ठप पड़ी जांच
विशुनपुरा सीएचसी और दांदोपुर पीएचसी में करीब 20 दिन पूर्व हेल्थ एटीएम लगी है। विशुनपुरा सीएचसी में जिस दिन हेेल्थ एटीएम लगी, उसी दिन कुछ स्वास्थ्यकर्मियों की रूटीन जांच हुई। उसके बाद से ही मशीन में करंट आने लगा। उसी दिन से जांच ठप है। सीएचसी पर तैनात एलटी पूनम और संतोष ने बताया कि हेल्थ एटीएम के लगने के अगले दिन से ही उसमें करंट आने के कारण जांच बंद है। लोवोल्टेज के कारण भी मशीन नहीं चल पाती है। दांदोपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर करीब 20 दिनों पूर्व हेल्थ एटीएम लगाई गई, वहां भी यही समस्या है। लोग सीएचसी पर जांच कराने आते हैं, लेकिन उन्हें लौटना पड़ता है। इसलिए मशीन का फायदा मरीजों को नहीं मिल पा रहा है। सीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. जिशान आलम ने बताया कि विशुनपुरा सीएचसी और दांदोपुर पीएचसी में हेल्थ एटीएम लगी हैं, लेकिन उसमें करंट आने की वजह से जांच शुरू नहीं हो सकी है। इस समस्या से सीएमओ कार्यालय को अवगत करा दिया गया है। लोवोल्टेज की समस्या भी आ रही है।
एक ही लैब असिस्टेंट, सीएचसी पर ड्यूटी करे या पीएचसी पर
तमकुहीराज तहसील क्षेत्र में तमकुहीराज सीएचसी और समउर बाजार पीएचसी पर हेल्थ एटीएम लगी हैं, लेकिन इन्हें संचालित करने के लिए एक ही लैब असिस्टेंट उपलब्ध हैं। लैब असिस्टेंट सीताराम गुप्ता ने बताया कि सप्ताह में तीन दिन सोमवार, मंगलवार और बुधवार को तमकुहीराज सीएचसी में तैनाती रहती है। बाकी तीन दिन बृहस्पतिवार, शुक्रवार और शनिवार को समउर बाजार सीएचसी पर ड्यूटी करनी पड़ती है। ऐसी दशा में तीन दिन तमकुहीराज सीएचसी और तीन दिन समउर पीएचसी पर आए मरीजों की जांच नहीं हो पाती है। बिजली और इंटरनेट सुविधा ठीक रहने पर ही जांच हो पाती है।तमकुहीराज सीएचसी के अधीक्षक डॉ. अमित राय ने बताया हेल्थ एटीएम के माध्यम से हीमोग्लोबिन, बीपी, शुगर, वजन, ऊंचाई आदि की जांच की जाती है। अस्पताल में मौजूद एलए को ही हेल्थ एटीएम के संचालन के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। हेल्थ एटीएम के लिए अभी किसी विशेषज्ञ की तैनाती नहीं हो सकी है।
समउर बाजार पीएचसी पर नहीं है जांच की किट, नेटवर्क की समस्या भी बरकरार
समउर बाजार पीएचसी पर लगी मशीन के साथ ही जांच की किट आई थी। उसके बाद से किट नहीं मिली। इस वजह से हीमोग्लोबीन और अन्य प्रकार की जांच प्रभावित होती है। इसके अलावा इंटरनेट ठीक से काम न करने के कारण भी दिक्कतें आती हैं। यहां सबसे बड़ी समस्या बिजली की है। इन्वर्टर से जोड़कर पांच से दस मिनट ही यह हेल्थ एटीएम चल पाती है। इसके अलावा यहां कोई चिकित्सक भी नहीं है। फार्मासिस्ट रामकृपाल के भरोसे यह पीएचसी संचालित होती है।
परिचर्चा-
हेल्थ एटीएम से कोई फायदा क्षेत्र के लोगों को नहीं है। न जांच के लिए किट उपलब्ध है। मशीन में इंटरनेट भी काम नहीं करता। ठीक होने की उम्मीद में मरीज बैठकर इंतजार करते करते घर चले जाते हैं।
-मनोरंजन मिश्रा, निवासी समउर बाजार
जांच की बात तो दूर, इस अस्पताल पर 3 महीने से कोई डॉक्टर ही नहीं है। मशीन तो शो-पीस बनकर रह गई है। कई बार विभागीय अधिकारियों से इसकी शिकायत भी की जा चुकी है।
-मनीर आलम, समउर बाजार
पीएचसी पर लगी है मशीन, ग्रामीण अनजान
कसया क्षेत्र की ग्राम पंचायत कुड़वा उर्फ दिलीपनगर की पीएचसी में करीब डेढ़ माह पहले हेल्थ एटीएम लगी है, लेकिन ग्राम प्रधान प्रतिनिधि से लगायत ग्रामीणों को इस बारे में पता ही नहीं है। कसया सीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. मारकंडेय चतुर्वेदी ने बताया कि हेल्थ एटीएम पीएचसी पर इंस्टॉल करके संचालित कर दी गई है। वहीं ग्राम प्रधान प्रतिनिधि कामोद सिंह ने बताया कि इस तरह की कोई जानकारी नहीं है। वहीं, बीडीसी के अलावा अन्य ग्रामीण भी हेल्थ एटीएम संचालित होने की जानकारी की पुष्टि नहीं कर पा रहे हैं।
दुदही सीएचसी में लगी हेल्थ एटीएम, बिजली रहते ही जांच की सुविधा
दुदही सीएचसी में भी हेल्थ एटीएम लगाई गई है। यह एक सप्ताह पहले ही चालू की गई है, लेकिन यहां बिजली रहने पर ही जांच हो पा रही है। बिजली कटते ही यह मशीन भी बंद हो जाती है। ऐसे में मरीजों को जांच के लिए बिजली आने का इंतजार करना पड़ता है। बिजली न रहने पर इसे संचालित करने का कोई वैकल्पिक इंतजाम नहीं किया गया है।
30 से अधिक प्रकार की निशुल्क जांच की सुविधा है इस हेल्थ एटीएम में
उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाईज काॅरपोरेशन लिमिटेड ने प्रदेश के अन्य जनपदों की भांति कुशीनगर में भी हेल्थ एटीएम की आपूर्ति की थी। इस मशीन से रक्तचाप, मधुमेह, वजन, लंबाई, शरीर का तापमान, शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा, बाॅडी मास इंडेक्स, मेटाबालिक एज, बाॅडीफैट, डिहाइड्रेशन, पल्स रेट, ग्लूकोज, हीमोग्लोबिन, लिपिड प्रोफाइल टेस्ट के जरिए डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया बीमारियों सहित यूरिन टेस्ट, गर्भावस्था जांच, टाइफायड, एचआइवी, ईसीजी, टीएलसी, डीएलसी आदि की जांच हो सकती है।
30 सितंबर 2022 को डिप्टी सीएम ने किया था पहले हेल्थ एटीएम का उद्घाटन
30 सितंबर 2022 को जिले में आए प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने समारोह के बीच जिला अस्पताल के एमसीएच विंग में हेल्थ एटीएम का उद्घाटन किया था। उस समय कई जनप्रतिनिधि और जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। उसके बाद हेल्थ एटीएम एमसीएच विंग में रखी हुई थीं। बाद में वही मशीन दो अप्रैल को बिहार सीमा पर स्थित समउर बाजार की पीएचसी पर भेज दी गई। हालांकि, वहां भी उसी मशीन का देवरिया के सांसद रमापति राम त्रिपाठी और क्षेत्रीय विधायक डॉ. असीम राय ने समारोह के बीच उद्घाटन किया था।
वर्जन-
विशुनपुरा सीएचसी और दांदोपुर पीएचसी में लगी हेल्थ एटीएम ठीक कराई जाएगी, ताकि करंट की समस्या दूर हो। तमकुहीराज सीएचसी और समउर बाजार पीएचसी में एक ही एलए होने के कारण दो जगह काम लिया जा रहा है। इसके अलावा जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट ठीक से काम न करने के कारण दिक्कतें आती हैं। नेटवर्क की खराबी के कारण उन क्षेत्रों में मोबाइल पर भी ठीक से बात नहीं हो पाती है।