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सुनीता राय
गोरखपुर पुलिस ने नकली नोट बनाने की फैक्टरी का पर्दाफाश किया है। वाराणसी के गंगाराम सीट से विधायक रहीं धनेश्वरी देवी का पौत्र राहुल सिंह अपने बेटों अवनीश सिंह, अविनाश, विकास सिंह व बड़हलगंज के चांद मोहम्मद के साथ मिलकर नकली नोट की फैक्टरी चला रहा था। पिछले छह साल से यह धंधा चल रहा था।
नकली नोट के मामले में पकड़ा गया राहुल सिंह देवरिया में गिरोह चलाने वाले जग्गा उर्फ जगरनाथ के साथ मिलकर यह अवैध धंधा चलाता था। जग्गा नकली नोट छापने में माहिर था। राहुल ने साथ रहकर पहले नकली नोट छापना सीखा। जब गगहा इलाके में नौ अक्तूबर 2022 को जग्गा पकड़ा गया तो राहुल यह धंधा करने लगा।
आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वे मांग के अनुसार नकली नोट छापते थे। पहले से नोट छापकर नहीं रखते थे। क्योंकि इसमें उन्हें पकड़े जाने का डर था। हालांकि, इतनी सजगता के बावजूद पुलिस उन तक पहुंच गई। आरोपियों ने बताया कि जब ग्राहक नोट लेने के लिए तैयार हो जाते थे, तब उतने ही नोट छापते थे।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि नकली नोट के अलावा आरोपी ठगी भी थे। काले कागज के साथ केमिकल बेचते थे। फिर लोगों से कहते थे इस केमिकल को घर जाकर डाल देना नोट बन जाएगा। इसके लिए काले रंग के कागज को 200 रुपये के नोट के साइज में काटकर रखा भी था। इसके लिए एक नोट के बदले 50 रुपये लेते थे।
आसानी से पकड़ में नहीं आ रहे थे नकली नोट
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि नकली नोट को आसानी से नहीं पकड़ा जा सकता था। बैंक के मशीन में भी नकली नोट पकड़ में नहीं आ रहे थे। चूना लगाने पर भी तत्काल रंग नहीं छोड़ रहा था।
एसपी साउथ ने बताया कि नौ अक्तूबर 2022 को पुलिस ने देवरिया के गौरीबाजार थाना क्षेत्र के बर्दगोनिया सुदामा चौक निवासी जग्गा उर्फ जगरनाथ और गोरखपुर के गगहा थाना क्षेत्र के गडही निवासी विक्रम जायसवाल को गिरफ्तार किया था। तब यह बात सामने आई थी कि कुछ लोग और इस धंधे में जुड़े हैं। पुलिस जांच कर रही थी, लेकिन हाथ नहीं लगे थे।