अरुण कुमार सिंह ने घटना का पर्दाफाश किया सोने के नकली सिक्के देकर सराफ को ठगने वाले चार गिरफ्तार, तीन की तलाश जारी

उत्तर प्रदेश गोरखपुर

सफल समाचार 
सुनीता राय 

एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर व एसपी (साउथ) अरुण कुमार सिंह ने घटना का पर्दाफाश किया। एसएसपी ने बताया कि शाहपुर निवासी स्वर्ण कारोबारी संतोष वर्मा को जालसाजों ने सोने का एक असली सिक्का बाजार भाव से कम दाम में देकर पहले झांसे में लिया।

गोरखपुर जिले में खजनी के उनवल में सोने के नकली सिक्के देकर सराफ से 12 लाख की ठगी करने वाले चारों जालसाजों को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। जबकि गिरोह में शामिल एक सोनार समेत तीन लोग फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई हैं।

गिरफ्तार लोगों के पास से 10.85 लाख रुपये नकद, दो गड्डी चिल्ड्रेन बैंक के नोट (बच्चों के खेलने वाले डमी नोट), नकली सोने के सिक्के, 500 व 100 रुपये के जाली नोट, पांच मोबाइल फोन, वारदात में इस्तेमाल बाइक व कार बरामद की गई है।

एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर व एसपी (साउथ) अरुण कुमार सिंह ने घटना का पर्दाफाश किया। एसएसपी ने बताया कि शाहपुर निवासी स्वर्ण कारोबारी संतोष वर्मा को जालसाजों ने सोने का एक असली सिक्का बाजार भाव से कम दाम में देकर पहले झांसे में लिया। इसके बाद 20 अगस्त, 2023 को जालसाजों ने संतोष वर्मा को उनवल बुलाया।

वहां 109 नकली सोने के सिक्का देकर 12 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। खजनी पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया था। खजनी पुलिस, स्वॉट टीम ने सर्विलांस आदि की मदद से चार आरोपियों को पकड़ लिया गया।

पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि गिरोह लोगों को फोन कर सस्ते दाम में सोने का सिक्का देने का झांसा देता है। फिर झांसे में आए लोगों को नमूने के रूप में एक असली सिक्का देकर फांसते हैं। जब ग्राहक संतुष्ट होकर बाकी माल लेता है तो उसे नकली दे दिया जाता है।

इनकी हुई गिरफ्तारी

पकड़े गए जालसाजों की पहचान बांसगांव के टिकरी बुजुर्ग निवासी दीपक कुमार, पीड़िया निवासी रतन लाल, कटवर निवासी संदीप यादव और खजनी के कठैइचा बिंदन निवासी राजेंद्र यादव के रूप में हुई है।
सुनार की मदद से तैयार कराते थे सिक्का
एसएसपी ने बताया कि जालसाज एक सुनार से नकली सिक्के के ऊपर सोने की परत चढ़वा देते थे। सिक्के को इतनी बारीकी से तैयार कराया जाता था कि बिना रगड़े उसकी असलियत जाननी आसान नहीं होती। सोने के सिक्के को राजेंद्र ने सराफ संतोष को दिखाया था। जबकि देते समय संदीप, रतन और दीपक भी साथ थे।

चिल्ड्रेन नोट देकर ठगी करने वाले थे आरोपी
एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तारी से पहले ये लोग किसी से असली नोट लेकर चिल्ड्रेन नोट की गड्डी देकर ठगी करने वाले थे। लेकिन, तभी पकड़े गए। चिल्ड्रेन नोट की गद्दी के ऊपर दोनों तरफ 200 या 500 के नकली नोट लगा दिए जाते थे और फिर ठगी करते थे।

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