सफल समाचार
आकाश राय
महाकुंभ-2025 की योजनाओं में स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के विस्तारीकरण का कार्य भी प्रस्तावित है। अस्पताल के मुख्य गेट को एमजी मार्ग पर लाने और अस्पताल परिसर में मल्टी लेवल पार्किंग, 100 बेडों के आईसीयू समेत कई अन्य कार्य किए जाने हैं। पीडीए की तरफ से अस्पताल से एमजी मार्ग तक जाने वाली सड़क के चौड़ीकरण का टेंडर जारी कर दिया गया है।
महाकुंभ के पहले एसआरएन अस्पताल को महात्मा गांधी मार्ग पर लाने की तैयारी शुरू हो गई है। पीडीए की ओर से रविवार को अस्पताल की सड़क के चौड़ीकरण और सौदर्यीकरण को लेकर टेंडर जारी कर दिया गया। इसके साथ ही महाकुंभ के पहले शहर की विभिन्न सड़कों के चौड़ीकरण और सौदर्यीकरण के साथ ही विद्युतीकरण को लेकर किए जाने वाले कार्यों का भी टेंडर जारी किया गया है। एक साल के भीतर यह सभी कार्य किए जाने हैं।
महाकुंभ-2025 की योजनाओं में स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के विस्तारीकरण का कार्य भी प्रस्तावित है। अस्पताल के मुख्य गेट को एमजी मार्ग पर लाने और अस्पताल परिसर में मल्टी लेवल पार्किंग, 100 बेडों के आईसीयू समेत कई अन्य कार्य किए जाने हैं। पीडीए की तरफ से अस्पताल से एमजी मार्ग तक जाने वाली सड़क के चौड़ीकरण का टेंडर जारी कर दिया गया है।
इसके लिए एक करोड़ 90 लाख रुपये का अनुमानित बजट रखा गया है। 12 महीने में इस कार्य को पूरा करना है। सड़क के चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण के दौरान एसआरएन अस्पताल के पास के कई सरकारी बंगले भी हटाए जाएंगे। इसके अलावा पीडीए की ओर से नागवासुकी मंदिर का सौंदर्यीकरण कराने के लिए भी टेंडर जारी कर दिया गया है। यह कार्य नौ महीने में पूरा किया जाना है।
इन सड़कों के सौंदर्यीकरण और चौड़ीकरण के लिए जारी हुआ टेंडर
नैनी के खरकौनी चौराहे से अरैल रोड तक की सड़क, झूंसी बस स्टैंड तिराहे से गंगा नदी तट तक के मार्ग, झूंसी में लोटस अस्पताल से कटका रोड तक के मार्ग, तेलियरगंज के संगम वाटिका पार्क से रसूलाबाद घाट तक के मार्ग, एडीए मोड़ नैनी से एडीए कालोनी तक के मार्ग, एडीए कालोनी नैनी से अरैल घाट तक की सड़क, पुराने यमुना पुल से लेप्रोसी चौराहे तक की सड़क, आजाद पार्क से संगम पेट्रोलपंप तक की सड़क, पुराने यमुना पुल के नीचे की सड़क, मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग से छिवकी रेलवे स्टेशन तक की सड़क, फाफामऊ के शांतिपुरम में सेक्टर ए के अंदर से होते हुए बेला कछार तक के संपर्क मार्ग और गोविंदपुर सब्जी मंडी तिराहे से कोटेश्वर महादेव मंदिर शिवकुटी तक के मार्ग का चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण किया जाना है।