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शेर मोहम्मद
देवरिया। भटनी थाना क्षेत्र के केरवनिया पुल के पास पुलिस बैरियर पर ड्यूटी कर रहे सिपाही महानंद की शराब तस्करों ने ही स्कॉर्पियो से कुचल कर हत्या की थी। शनिवार को देवरिया-सलेमपुर सड़क मार्ग पर सोनूघाट के पास एसओजी और कोतवाली पुलिस ने मुठभेड़ के बाद घटना में शामिल पांच शराब तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से असलहा भी बरामद हुआ है।
पूछताछ और पुलिस जांच में सामने आया कि शराब तस्करों ने ही सिपाही महानंद की जान ली थी। इसके बाद पुलिस ने गैर इरादतन हत्या की धारा को हत्या में तरमीम कर दिया है। पकड़े गए तस्करों के खिलाफ बिहार में अवैध शराब बिक्री का केस भी दर्ज है। इसमें से एक के खिलाफ सदर कोतवाली में स्कॉर्पियो चोरी का केस दर्ज है। पकड़े गए तस्करों की पहचान बिहार के गोपालगंज जनपद के मंजिरवा थाना क्षेत्र के फुलवरिया गांव के राजन कुमार सिंह, शत्रुघ्न साह गोंड, राकेश सिंह व नौतन थाना क्षेत्र के शैलेंद्र यादव उर्फ परमेंदर, कुचया कोट निवासी नारायण सोनी के रूप में हुई।
भटनी के केरवनिया पुल के पास 20 सितंबर को शराब तस्करी की सूचना पर बैरियर बंद कर रहे सिपाही महानंद की तस्करों स्कॉर्पियो से कुचल कर हत्या कर दी थी। जानकारी पर तस्करों की स्कॉर्पियो कब्जे में लेकर पुलिस ने एसआई अंकित सिंह की तहरीर पर वाहन स्वामी विजय मांझी व अज्ञात पर केस दर्ज किया। इस मामले के खुलासा के लिए एसओजी को जिम्मेदारी दी गई थी। कुछ संदिग्ध मोबाइल नंबरों के जरिए एसओजी प्रभारी सादिक परवेज को शनिवार की भोर में सूचना मिली कि घटना में शामिल कुछ शराब तस्कर देवरिया-सलेमपुर मार्ग पर गुजरने वाले हैं। इस पर सदर सीओ श्रीयश त्रिपाठी, कोतवाल दिनेश मिश्रा व एसओजी प्रभारी मुंडेरा स्थित संत निरंकारी आश्रम के पास पहुंच गए। पुलिस ने एक स्कार्पियो को रोकने का प्रयास किया तो बदमाशों ने पुलिस के वाहन को टक्कर मारकर भागने की कोशिश करते हुए पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी।
पुलिस ने घेराबंदी कर पांचों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से पुलिस ने एक स्काॅर्पियो, एक तमंचा और तीन मोबाइल फोन बरामद किए। इसमें से राजन सिंह को एक साल पहले सदर कोतवाली पुलिस ने चोरी की स्काॅर्पियो के साथ गिरफ्तार किया था। पुलिस की पूछताछ में तस्करों ने बताया कि घटना के दिन बिहार की तरफ से दो स्काॅर्पियो से आ रहे थे। एक स्काॅर्पियो आगे निकल गई थी। सभी के पास अवैध असलहा था। इसके आरोपियों ने बैरियर तोड़कर भागने का प्रयास किया।
पुलिस बताती रही हादसा, मानना ही पड़ा… हुई थी हत्या
देवरिया। बिहार के बाॅर्डर पर शराब तस्करों का मजबूत नेटवर्क है। इनसे जिले के कइयों के तार जुड़े हुए हैं। पुलिस भले ही घटना के समय शराब तस्करी से मामला जुड़ा न होना और घटना को हादसा बता रही थी, लेकिन सच सामने आ गया। तस्करों के पकड़े जाने के बाद पुलिस को यह मानना ही पड़ा कि महानंद की हत्या ही हुई है। इसका प्रमाण है कि पुलिस ने पूरे प्रकरण को गैर इरादतन हत्या का मामला मान लिया था।
बिहार में शराबबंदी का फायदा उठाकर लग्जरी वाहनों से शराब की तस्करी खुलेआम की जा रही है। इनका नेटवर्क ऐसा है कि पुलिस की गतिविधियों पर भी नजर रहती है। बैरियर पर तैनात महानंद की मौत इतीफाकिया घटना नहीं थी। शराब तस्करी की राह में रोड़ा बनने पर वाहन से कुचल कर मार डाला गया था। महानंद घायल होने के बाद भी तस्करों से जूझते रहे, लेकिन अंत में वह जिंदगी की जंग हार गए।
निलंबित एसओ की खूब हुई थी किरकिरी
देवरिया। शराब तस्करी का नाम सुनते ही पुलिस के कुछ कर्मी आला अफसरों के सामने सफाई पेश करने लगे थे। महानंद की मौत के मामले में भटनी एसओ रहे डॉ. महेंद्र कुमार की भी खूब किरकिरी हुई थी। जब इस मामले की जांच सीओ बरहज अंशुमन श्रीवास्तव ने की तो सच सामने आ गया था। निहत्थे सुदूर बार्डर पर पुलिस कर्मी को अकेले भेजकर ड्यूटी लगा दी गई थी। इतना जरूर है कि एसपी ने पूरे प्रकरण में सख्त रवैया अपनाते हुए एसओ सहित तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया था। संवाद
स्काॅर्पियो मालिक विजय माझी फरार
देवरिया। दूसरी स्काॅर्पियो पर सवार फुलवरिया निवासी व घटना में प्रयुक्त वाहन मालिक विजय माझी के बारे में अभी तक सुराग नहीं मिल पाया है। सूत्र बताते हैं कि जिस वाहन से सिपाही की जान गई है वह विजय माझी का है। वह पुलिस को चकमा देकर अपना ठिकाना बदल रहा है। इसको लेकर पुलिस भी गंभीर है। उसके संभावित ठिकानों पर छापा मार रही है। संवाद
सिपाही को वाहन से रौंदने वाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनसे पूछताछ की जा रही है। शराब तस्करों के बारे में गहनता से पड़ताल की जा रही है। – संकल्प शर्मा, एसपी