निलंबित चकबंदी लेखपाल और चकबंदी अधिकारी के ऊपर दर्ज हुआ एफआईआर

उत्तर प्रदेश कुशीनगर

विश्वजीत राय
सफल समाचार

जिलाधिकारी के निर्देशानुसार बंदोबस्त अधिकारी द्वारा पूर्व में तैनात चकबन्दी अधिकारी पर दर्ज हुआ एफआईआर

चाहे जो भी हो गलत कार्यों में संलिप्तता संज्ञान में आने पर होगी कड़ी से कड़ी कार्यवाही

जिलाधिकारी के कड़े रुख से चकबंदी विभाग और अन्य विभागों में मची खलबली

गलत कार्यों में संलिप्तता पाए जाने पर की जाएगी कड़ी से कड़ी कार्यवाही। डीएम

जीरो टॉलरेंस नीति के तहत जिलाधिकारी ने लिया संज्ञान, दर्ज हुआ एफआईआर

06 अक्टूबर सूचना विभाग कुशीनगर

जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने बताया कि पैसे के लेनदेन सम्बन्धी वीडियो वायरल होने के क्रम में दिनांक 30 सितम्बर को निलंबित किए गए भ्रष्टाचार में लिप्त लेखपाल अरविंद चौरसिया के ऊपर आज पड़रौना कोतवाली में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम अंतर्गत एफआईआर दर्ज कराई गई है।
इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि चकबंदी अधिकारी धीरेंद्रजीत सिंह कसया कुशीनगर जो वर्तमान में गोरखपुर में कार्यरत हैं पूर्व में इनके द्वारा कुशीनगर में तैनाती के दौरान थाना हाटा के अंतर्गत ग्रामसभा की (सरकारी भूमि) के अभिलेखों में छेड़ छाड़ कर गलत तरीके से खलिहान , पोखरी आदि ग्राम सभा की भूमि पर संदेहास्पद व त्रुटिपूर्ण तरीके से आदेश पारित कर दिया गया, जिसका चकबंदी निदेशालय द्वारा संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी को पत्र के माध्यम से कार्यवाही हेतु प्रेषित किया गया है।
उक्त के क्रम में जिलाधिकारी उमेश मिश्रा द्वारा एसओसी को तत्काल कार्यवाही करने हेतु दिए गए निर्देश क्रम में दिनांक 19/09/2023 को बंदोबस्त अधिकारी आलोक कुमार द्वारा हाटा कोतवाली में चकबंदी अधिकारी धीरेंद्रजीत सिंह के ऊपर एफआइआर दर्ज करा दिया गया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि गलत कार्यों/पैसे का लेनदेन/ रिकॉर्ड के साथ त्रुटिपूर्ण व संदेहास्पद तरीके से धोखाधड़ी सहित अन्य कोई भी गम्भीर मामला यदि संज्ञान में आता है तो उसके विरुद्ध तत्काल प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी चाहे व कितना भी बड़ा रसूखदार क्यों न हो।

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