विश्वजीत राय
सफल समाचार
गुरवलिया बाजार। तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के देवपोखर बाजार में हुए विस्फोट से पूरा बाजार दहल उठा। इस विस्फोट के पीछे की वजह देखें तो आग अवैध गैस रिफिलिंग के दौरान लगी, जिसके बाद एक-एक कर पांच सिलिंडर तेज धमाके के साथ फट गए। आग की लपटों को देख लोग दूर भाग गए। एक घंटे तक तुर्कपट्टी-फाजिलनगर सड़क पर आवाजाही प्रभावित रही। वहीं आबादी के बीच हुए इस विस्फोट के बाद लोगों में दिवाली का उत्साह फीका पड़ गया। लोग पटाखे जलाने से कतराने लगे।
बताया जा रहा है कि अवैध गैस रिफिलिंग का धंधा कई महीनों से चल रहा था। इसके अलावा क्षेत्र में आबादी के बीच मुख्य चौराहों पर भी इस अवैध धंधे ने जोर पकड़ा हुआ है। देवपोखर सहित गुरवलिया बाजार, तुर्कपट्टी, राजापाकड़ आदि चौराहों पर घनी आबादी के पास कुछ दुकानदार नियमों को ताक पर रखकर घरेलू गैस की रिफिलिंग बड़े पैमाने पर कर रहे हैं।
देवपोखर में हादसा इसी गैस रिफिलिंग के कारण हुआ था। इन चौराहों पर जिस ढंग से अवैध गैस रिफिलिंग को अंजाम दिया जा रहा है, वह किसी समय बड़े हादसे का सबब बन सकता है। इतने बड़े हादसे के बाद भी पूर्ति विभाग इससे अनभिज्ञ है। दुकानदार ने फिर से दुकान चलाने में लग गया है।
तो तबाह हो जाता पूरा चौराहा
घनी आबादी के बीच देवपोखर बाजार में सेवरही थाना क्षेत्र के पचरुखिया निवासी बिरजू जायसवाल की ओर से अवैध रूप से रिफिलिंग का धंधा देवपोखर बाजार में चलाया जा रहा था। एक सिलिंडर में धमाके के समय चार और भरे हुए एलपीजी सिलिंडर रखे थे। एक के बाद एक चार और सिलिंडर आग की जद में आ गए और तेज विस्फोट के साथ धमाका होता चला गया। पास की दुकानें भी इसकी जद में आई थीं।
गनीमत रहा कि आबादी के बीच लगी इस आग से अन्य दुकानें और मकान जद में नहीं आए। बाजारवालों ने मिलकर लपटों के बीच से किसी तरह और सिलिंडर बाहर निकाल लिए। पुलिस तो समय पर पहुंची, लेकिन अग्निशमन दस्ता सब कुछ तहस-नहस होने के बाद पहुंचा। इसमें 3 लाख की अनुमानित क्षति बताई जा रही है।
इतने बड़े हादसे में लापरवाही से कई जान जा सकती थी। न सिर्फ धमाके से सिलिंडर के टुकड़े दूर तक छिटककर लोगों को जख्मी करते, बल्कि आसपास के मकान व दुकान भी आग की चपेट में आ सकते थे। जरा सी चूक पूरे बाजार को खतरे में डाल सकती थी। पुलिस-प्रशासन कड़ी कार्रवाई के बजाय मामले को दबाने में लगा है।
धमाकों की आवाज से सहम गए थे लोग
दुकान में रखे पांच सिलिंडर फटने की आवाजें काफी दूर तक गईं थीं। लोग धमाकों की आवाज सुनकर सहम गए थे। पास के सोंदिया बुजुर्ग, किशुनदेव पट्टी, लवकुश, गांगीटीकर आदि जगहों पर लोगों में अनहोनी की आशंका सताने लगी और लोगों में खलबली मच गई। लोग अशांत हो गए और पटाखे जलाने से कतराने लगे। आसपास के लोग घर में दुबक गए जिससे दिवाली फीकी पड़ गई।