प्रतिमा विसर्जन के लिए निकले युवक की संदिग्ध हाल में मौत

उत्तर प्रदेश कुशीनगर

विश्वजीत राय
सफल समाचार

खड्डा। प्रतिमा विसर्जन करने के लिए घर से निकले एक युवक की संदिग्ध हाल में मौत हो गई। खून से लतपथ अचेतावस्था में युवक सड़क किनारे पड़ा मिला था। परिजन उसे खड्डा क्षेत्र की तुर्कहां सीएचसी ले गए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतक के पिता ने दस लोगों के खिलाफ साजिश करके मार पीटकर हत्या करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। मंगलवार को दोपहर बाद शव पोस्टमार्टम हाउस से घर आया तो चीख-पुकार मच गई। शाम को युवक का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

खड्डा थाना क्षेत्र के लखुआ लखुई गांव में लक्ष्मी प्रतिमा स्थापित हुई थी। विसर्जन के लिए दो ट्रैक्टर-ट्राली पर जुलूस निकला था। गांव का ही 20 वर्षीय मिथिलेश गुप्ता भी उस जुलूस में शामिल हुआ था। सोमवार की रात लगभग नौ बजे एक व्यक्ति ने मिथिलेश के पिता प्रेमलाल गुप्ता को सूचना दी कि उनका बेटा बहोरछपरा गांव के प्राथमिक विद्यालय पर घायल पड़ा है।
आनन-फानन में जब माता-पिता पहुंचे तो उनका बेटा खून से लथपथ अचेत पड़ा था। शरीर पर चोट के निशान थे। किसी ने पहले ही एंबुलेंस को सूचना दिया था। उसे तुर्कहां सीएचसी ले जाया गया, जहां डाॅक्टर ने मृत घोषित कर दिया।घटना को लेकर हो रहीं चचाएं
बताया जा रहा है कि गांव के अच्छेलाल व दुर्गेश के ट्रैक्टर-ट्राॅली पर देवी प्रतिमा व डीजे साउंड बाॅक्स लदा था। गांव से एक किलोमीटर दूर बहोरछपरा गांव के पास मुख्य पश्चिमी गंडक नहर के फाटक के पास विसर्जन किया गया था। इसके बाद डीजे वाली ट्रैक्टर-ट्राली नवलछपरा गांव गई, जहां साउंड सिस्टम दुकानदार के यहां उतारकर लौट रही थी।
ट्राॅली पर लगभग दस युवक सवार थे। यह भी चर्चा है कि इसमें कुछ युवक नशे के हालत में थे। मृतक के माता-पिता दावा कर रहे हैं कि मिथिलेश को मार पीटकर ट्राली से फेंक दिया गया और उसे छोड़कर सब लोग भाग गए। जबकि कुछ लोग यह भी कह रहे हैं ट्राली से मिथिलेश असंतुलित होकर गिर गया जिससे उसे चोट लग गई थी। इसमें सच्चाई क्या है, पुलिस पता लगा रही है।

बेटे को शादी के जोड़े में देखने की हसरत थी, अब कफन में देखना पड़ रहा है
प्रेमलाल गुप्ता की चार संतानों में सबसे बड़ी रीमा, दूसरे पर मिथिलेश, तीसरे पर ज्योति व सबसे छोटी सीमा है। मिथिलेश की मां गुड्डी देवी व बहनों का रो-रो कर बुरा हाल है। माता-पिता कह रहे थे कि अकेला बेटा था। उसकी जान ले ली गई। अब किसके सहारे बुढ़ापा कटेगा। उसकी शादी महराजगंज जिले में तय हो गई थी। बेटे को शादी के जोड़े में देखने की हसरत थी। अब कफन में देखना पड़ रहा है। तीनों बहनें बिलखते हुए कह रही थीं कि किसके हाथों पर अब राखी बांधेंगी।

क्या बोले सीओ खड्डा
सीओ संदीप कुमार वर्मा का कहना था कि पुलिस को सूचना मिली थी कि प्रतिमा विसर्जन के दौरान हादसे में युवक की मौत हुई है। शव का पोस्टमार्टम कराकर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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