अहिरौली बाजार। असना गांव के बड़े टोले में बुधवार को 11 बजे पराली जलाई गई। इसकी चपेट में आने से तीन किसानों की सवा दो एकड़ से अधिक गन्ने की फसल जलकर राख हो गई।
असना गांव के निवासी अशोक निषाद और उनकी पत्नी धान की पराली जला रहे थे। तभी आग फैलने से बगल के गन्ने के खेत में पकड़ लिया। लोग आग पर काबू पाते इसके पहले गांव के ही किसान तेज बहादुर सिंह की एक एकड़ 28 डिस्मिल, राजेश्वर की 15 कट्ठा तथा उदयभान सिंह की 10 कट्ठा गन्ने की फसल जलकर राख हो गई। राजेश्वर सिंह का खेत गांव के इंद्रजीत ने हुंडा पर लिया हुआ है। उदयभान सिंह का खेत गांव की ही राजकुमारी देवी हुंडा पर ली हुई हैं। तीनों किसानों के गन्ने में आग लगने से गन्ने की फसल जलकर नष्ट हो गई। आग की लपट को देखकर गांव के लोग पहुंचकर आग पर काबू पाया। इस तरह अन्य किसानों की फसल जलने से बच गई। हल्का लेखपाल मदन गोपाल भारती ने बताया कि सूचना मिली है। मौके पर पहुंचकर क्षति का आंकलन किया जाएगा।
पराली से महिला की मौत के बाद भी नहीं चेत रहे जिम्मेदार
सुकरौली। शासन-प्रशासन की सख्ती के बाद भी खेतों में पराली जलाने के मामला नहीं थम रहा है। यहां तक कि सुकरौली इलाके में एक सप्ताह पहले पराली की चपेट में आने से महिला झुलस गई थी। उसकी इलाज के दौरान सोमवार देर रात को मौत हो गई। इसके बाद भी जिम्मेदार चेत नहीं रहे है। सिर्फ कागजों में जागरूकता का अभियान चलाया जा रहा है।
धान की फसल की कटाई के साथ ही प्रशासन ने खेतों में पराली न जलाने की हिदायत देनी शुरू कर दी थी। बुधवार को सुकरौली के सिवान में पूरे दिन खेतों में पराली जलाई जा रही है। इसके कारण पर्यावरण भी प्रदूषित हो रहा है। ग्रामीणों के साथ राहगीरों का सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। समय से किसानों को फसल काटने के पहले पराली के फायदे नुकसान बता दिए गए होते तो यह स्थिति नहीं होती। कृषि विभाग राजस्व कर्मियों का हवाला देकर अपनी जिम्मेदारी से किनारा कर रहा है। जबकि राजस्व विभाग की तरफ से किसानों को छोड़कर इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
पराली जलाने वाले 15 किसानों पर हुई कार्रवाई
हाटा के तहसीलदार धर्मवीर सिंह ने बताया कि पराली जलाने के मामले में 15 से अधिक लोगों पर कार्रवाई की गई है। महिला की मौत का प्रकरण संज्ञान में हैं। शासन स्तर से सभी नियमों का पालन कराने के लिए तहसील के कर्मचारी लगे हुए हैं। नियमानुसार इस प्रकरण में जांच पड़ताल कराकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। हाटा के एसडीएम हीरालाल ने बताया कि सुकरौली में पराली से महिला के जलने की दुर्घटना है। यदि परिवार की तरफ से प्रार्थना पत्र दिया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी। ऐसी स्थिति में शासकीय सहायता शून्य हो जाएगी। क्योंकि वह थाने से संबंधित मामला हो जाएगा।