जन औषधि केंद्र हुआ बंद डॉक्टर ने संचालक को धमकाया

उत्तर प्रदेश सोनभद्र

सफल समाचार अजीत सिंह 

जन औषधि केंद्र हुआ बंद डॉक्टर ने संचालक को धमकाया

डॉक्टर ने संचालक को धमकाया प्राइवेट प्रैक्टिस, बाहर की दवा, जांच लिखने की शिकायत पर अधिकारियों के नकेल कसने पर बौखलाए

घोरावल-सरकार द्वारा सस्ते दामों पर अच्छी दवाएं उपलब्ध कराने के लिए देश,प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खुलवाया जा रहा है। किंतु जन औषधि केंद्र के निर्बाध संचालन में सरकारी हुक्मरान ही रोड़ा अटकाने का कार्य कर रहे हैं। मामला सोनभद्र के घोरावल तहसील का है जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घोरावल में बीते 8 माह से मरीजों की सहूलियत के लिए जन औषधि केंद्र खोला गया जो की महज सो पीस बनकर रह गया। जन औषधि केंद्र के काम करने वाले सेल्समैन ने बताया की अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा मरीजों को बाहर की ही दवा लिखी जाती है यदि कोई मरीज अपनी मर्जी से जन औषधि केंद्र से दवा खरीद कर ले जाता है तो डॉक्टर द्वारा कुछ न कुछ नुक्स निकालकर दवा वापस करा दिया जाता है। सेल्समैन ने बताया की सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में नियुक्त चिकित्सक डा प्रशांत पाल से कई डफे मिलकर जन औषधि के दवाओं की उपयोगिता बताने का प्रयास किया गया किंतु हर बार डॉक्टर साहब द्वारा दवाओं को घटिया बताकर मना कर दिया जाता। अजीज आकर संचालक द्वारा उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र देकर डॉक्टरों को जन औषधि केंद्र की दवा लिखने का निर्देश देने की मांग की गई जिसपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा अपर मुख्य चिकित्साधिकारी को जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप तथा बाहर की दवा लिखने पर नकेल कसते ही डॉक्टर इस कदर नाराज हो गए की सीधे जन औषधि केंद्र में घुसकर कार्य करने वाले कर्मचारियों को धमकाने लगे इतना ही नहीं विभागीय कार्यवाही से डॉक्टर इस कदर नाराज हुए की उन्होंने कर्मचारियों को फर्जी मुकदमे में भी फसाने की धमकी तक दे डाली। जन औषधि केंद्र घोरावल में कार्य करने वाले कर्मचारी डॉक्टर साहब के इस रवैए से इस कदर डर गए की उन्होंने केंद्र को अधिकारियों के निर्देश मिलने तक बंद कर दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *