शेर मुहम्मद
सफल समाचार
मईल / पड़री बाजार। रविवार को लगने वाला मुख्यमंत्री आरोग्य मेला कहने के लिए स्वास्थ्य शिविर है। इसमें न विशेषज्ञ डॉक्टर तैनात रहे और न कोई जांच की व्यवस्था रही। अधिकांश जगहों पर आयुर्वेद और होम्योपैथ के चिकित्सकों ने ही मरीजों का इलाज किया। जांच की सुविधा न होने से मरीजों को निराश होना पड़ा। यह कहने के लिए आरोग्य मेला रह गया है। यह कहना है आरोग्य मेले में पहुंचे मरीजों का
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मईल पर आयुर्वेदिक डॉक्टर अनिल प्रजापति व वार्ड ब्वॉय मुलायम यादव की ड्यूटी थी। दोपहर 12 बजे तक यहां 22 मरीज का रजिस्ट्रेशन हुआ था। डॉक्टर का कहना था कि यहां आयुर्वेदिक दवा की व्यवस्था नहीं है तो एलोपैथ दवा ही मरीज को दी जाती है। जांच की व्यवस्था न होने से खून जांच के लिए मरीज को भागलपुर भेजा जाता है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भागलपुर में आयुर्वेद के डॉ. मुरैसा, फार्मासिस्ट मनोज अग्रहरि, एलटी आनंद गुप्ता ड्यूटी पर थे। 12.35 बजे तक यहां 43 मरीज का रजिस्ट्रेशन हुआ था। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रेवली में होम्योपैथ के डॉ. रवि आर्य व फार्मासिस्ट अनंत जायसवाल ड्यूटी में थे। यह 27 मरीज का रजिस्ट्रेशन था। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ठेगंवल दुबे में डॉ. अभिजीत कुमार, डॉ. शंभू नाथ व फार्मासिस्ट हरेंद्र प्रताप सिंह ड्यूटी में थे। 1.25 बजे तक यहां कुल 26 मरीज का इलाज हुआ। यहां मरीजों के खून जांच के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परसिया चंदौर कहने के लिए सीएचसी है पर जांच की कोई व्यवस्था नहीं है। यहां एलटी नरायण शुक्ल की तैनाती है, लेकिन जांच की मशीन नहीं है और न ही एक्स रे मशीन है। यहां डॉ. मनीष सिंह, फार्मासिस्ट गोपाल यादव ड्यूटी में थे। 1.40 बजे तक मात्र सात मरीजों का इलाज हुआ था। वहीं पड़री बाजार के नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लगे मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले में 2.10 बजे तक 60 मरीज पहुंचे, जहां जांच के बाद दवा वितरित की गई।