शेर मुहम्मद
सफल समाचार
देवरिया। इस बार दिसंबर माह का अंतिम सप्ताह विशेषज्ञों को हैरान कर रहा है। दिन में तेज धूप के चलते लोग गर्म कपड़ों से परहेज कर रहे हैं। वहीं रात में तापमान कम हो जा रहा है। डॉक्टर मौसम में इस तरह के उतार-चढ़ाव को सेहत के लिए खतरनाक बता रहे हैं। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण यह स्थिति है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, कम ठंड से मौसमी फसलें प्रभावित होंगी।
सेहत का रखें ख्याल, लापरवाही पड़ सकती है भारी
मेडिकल कॉलेज के फिजीशियन डॉ. विजय गुप्ता ने बताया कि सेहत के दृष्टिकोण यह मौसम खतरनाक है। कभी गर्मी तो कभी ठंड की वजह से सतर्कता जरुरी है। सांस के मरीजों, बुजुर्गों, बच्चों को खास सावधानी बरतनी चाहिए। हॉर्ट अटैक के मरीज सतर्कता बरते।—
गेहूं व अरहर की फसल पर पड़ेगा विपरीत प्रभाव
कृषि विज्ञान केंद्र मल्हना भाटपाररानी के प्रभारी डॉ. मान्धाता सिंह ने बताया कि तापमान में अचानक वृद्धि से गेंहू के पौधे का विकास तथा उत्पादन पर प्रभाव पड़ेगा। गेंहू के कल्ले नहीं निकल पाएंगे। इसके अलावा अरहर के पौधे में इस समय फूल लग रहा है। ऐसे में आगे जब ठंड पड़ेगी तो फूल गिर जाएंगे, इससे उत्पादन प्रभावित होगा। किसान गेंहू की सिचाई करने में देर न करें तथा केंद्र से संपर्क कर दवा आदि का छिड़काव करें। आलू व मटर के लिए यह मौसम ठीक है।