विश्वजीत राय
सफल समाचार कुशीनगर
कुशीनगर के युवाओं ने खेलों में राष्ट्रीय स्तर पर बनायी पहचान
कुशीनगर।हाटा तहसील क्षेत्र के रधिया देवरिया गांव की पहचान दूर तक है। कभी पिछड़े क्षेत्र में इस इलाके का नाम हुआ करता था, लेकिन अब यहां से निकले खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय स्तर पर न सिर्फ अपनी पहचान बना रहे हैं बल्कि कुशीनगर जिले का भी नाम रौशन किया है।
हाटा की आइस प्रजापति नेशनल मुक्केबाजी में सिल्वर मंडल ले आ चुकीं हैं।
उनकी प्रतिभा को देख भारतीय ओलंपिक संघ दिल्ली में उन्हें प्रशिक्षण दिला रहा है। इसी तरह यहां की एक और खिलाड़ी प्रियंका यादव तैराकी में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुकी हैं। वर्तमान समय में प्रियंका बीएचयू वाराणसी में क्रीड़ा परिषद की सहायक निदेशक हैं। युवा दिवस पर पेश है खेलों में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने वाले खिलाड़ियों की यह रिपोर्ट…
आठ वर्ष की उम्र में प्रियंका ने शुरू की थी तैराकी :
हाटा क्षेत्र के रधिया देवरिया गांव के निवासी जय लाल यादव की पुत्री प्रियंका यादव की पहचान तैराकी के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर है। महज आठ वर्ष की उम्र में ही प्रियंका ने गांव में स्थित एक एकड़ में फैले पोखरे में तैराकी का अभ्यास शुरू किया था। प्रियंका पर तैराकी का जुनून इस कदर सवार था कि परिजनों के लाख मना करने के बावजूद प्रशिक्षकों की मौजूदगी में उसने अपने अभ्यास को जारी रखा।
राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली तैराकी प्रतियोगिता में प्रियंका ने हिस्सा लेकर कई मेडल को अपने नाम किया और क्षेत्र का मान बढ़ाया। प्रियंका मौजूदा समय में बीएचयू वाराणसी में क्रीड़ा परिषद की सहायक निदेशक हैं। साल 2009 में दोहा कतर में आयोजित तैराकी प्रतियोगिता में प्रियंका ने हिस्सा लेकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। इनके अलावा इसी गांव के कई अन्य युवा भी हैं, जो तैराकी से राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी बना चुके हैं।
ओलंपिक संघ दिला रहा आइस को प्रशिक्षण :
हाटा नगर के इंदिरा नगर के रहने वाले संतोष प्रजापति की पुत्री आइस प्रजापति राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप का हिस्सा रहीं हैं। महिला मुक्केबाज के रूप में आइस की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर है। गोवा में एक नवंबर से आठ नवंबर 2023 तक हुए 37वें सीनियर राष्ट्रीय मुक्केबाजी प्रतियोगिता में 54 किलो भार वर्ग में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए आइस ने रजत पदक जीत लिया था।
आइस की इस प्रतिभा को देखते हुए ओलंपिक संघ ने अपनी देखरेख में उसे प्रशिक्षित करने का जिम्मा उठाया। मौजूदा समय में आइस ओलंपिक के लिए इंडिया कैंप की तैयारी में हैं। राज्य व राष्ट्रीय स्तर की मुक्केबाजी प्रतियोगिता में कई सारी
उपलब्धियां आइस के नाम हैं। आइस की इस प्रतिभा से नगर के अन्य युवक व युवतियां भी प्रेरित होकर तैयारियों में जुटे हुए हैं।