विश्वजीत राय
सफल समाचार कुशीनगर
नारायणी नदी संघर्ष समिति ने पक्की सड़क के लिए सीएम को भेजा पत्र
निचलौल ब्लॉक के सुदूरवर्ती और दियारा में बसे सोहगीबरवा, शिकारपुर और भोथहा तथा कुशीनगर के गांवों को पक्के पुल और सड़क से जोड़ने की मांग के लिए ग्रामीणों ने नारायणी नदी संघर्ष समिति कुशीनगर/महराजगंज की अगुवाई में मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है।
ग्रामीणों ने लिखा है कि यदि एक माह में इन गांवों को जोड़ने के लिए पक्का पुल और सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं होता है तो लोकसभा चुनाव 2024 में इन गांवों के लोग मतदान का बहिष्कार करेंगे।
नारायणी नदी संघर्ष समिति के अध्यक्ष रामसहाय दूबे, उपाध्यक्ष निजामुद्दीन, परशुराम यादव और दुर्गभान गुप्ता द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे गए पत्र में बताया गया है कि निचलौल ब्लॉक के इन तीन ग्राम पंचायतों के अलावा कुशीनगर के मरिचहवा, हरिहरपुर, शिवपुर, नारायणपुर और बकुलादह गांवों के लोग नारायणी नदी पर पक्का पुल न होने के कारण नाव के जरिए आने जाने को मजबूर हैं। इसके चलते ग्रामीणों को तमाम मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। इनका कहना है कि पूर्व विधायक जटा शंकर त्रिपाठी के अथक प्रयास से मार्च 2021 में नारायणी नदी के भैसहा घाट पर पीपे का पुल बना था। पीपे के पुल के उद्घाटन के समय डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने आश्वासन दिया था कि नारायणी नदी पर पक्का पुल और सड़क निर्माण कराया जाएगा। मार्च 2023 में कुशीनगर जिले के खड्डा में तहसील भवन के उद्घाटन के दौरान सीएम ने आश्वासन दिया था कि नारायणी नदी पर पक्का पुल और सड़क निर्माण के लिए जल्द बजट अवमुक्त कराया जायेगा। लेकिन अभी तक इसको लेकर कोई पहल नहीं हो रही
नारायणी नदी संघर्ष समिति द्वारा चेतावनी दी गई है कि दियारा के गांवों को जोड़ने के लिए पक्की सड़क और पुल का निर्माण नहीं शुरू कराया गया तो आगामी लोकसभा चुनाव में वे मतदान का बहिष्कार करेंगे।