साइबर अपराध के माध्यम से फर्जी आधार कार्ड व जन्मप्रमाण पत्र बनाने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग का पर्दाफाश

उत्तर प्रदेश कुशीनगर

विश्वजीत राय 

सफल समाचार कुशीनगर 

साइबर अपराध के माध्यम से फर्जी आधार कार्ड व जन्मप्रमाण पत्र बनाने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग का पर्दाफाश

 

श्रीमान् पुलिस अधीक्षक कुशीनगर श्री धवल जायसवाल के निर्देशन एवं अपर पुलिस अधीक्षक कुशीनगर श्री अभिनव त्यागी के पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी तमकुहीराज कुशीनगर श्री जितेन्द्र सिंह कालरा के नेतृत्व में जनपद में साइबर अपराधों के विरुध्द चलाये जा रहे अभियान के क्रम में दिनांक 23.06.2024 को थाना तरया सुजान व साइबर थाने की संयुक्त टीम द्वारा जनता के भोले भाले लोगो को अपने झांसे मे लेकर तथा धोखा धड़ी से साइबर फ्राड कर आधार कार्ड व जन्मप्रमाण पत्र में टेम्परिंग कर समय व दिनांक बदलकर धोखाधड़ी से फर्जी मोहरो का प्रयोग कर फर्जी आधार कार्ड व जन्मप्रमाण पत्र बनाकर धनोपार्जन करने वाले अन्तर्राज्यीय साइबर अपराधी गैंग के सदस्यों को चेकिंग के दौरान अहिरौलीदान तिराहा के आगे बन्धे पर पीपल के वृक्ष के पास से गिरफ्तार कर साइबर अपराध से अर्जित अवैध धन नगदी 1,00,500/ रुपये व साइबर अपराध मे प्रयुक्त दो लैपटाप, 06 अदद कूटरचित जन्म प्रमाण पत्र, 10 अदद फर्जी एयरटेल टेलीकाम कम्पन्नी का सिम, 10 अदद कूटरचित मोहरे, एक अदद मोटरसाईकिल हीरो स्पेण्डर आदि सामान बरामद किया गया तथा अभियुक्तगण के निशानदेही पर अभियुक्त रोहित कुमार सिंह के बने कटरैन के घर से साइबर अपराध मे प्रयुक्त कम्प्यूटर के पार्ट व फर्जी दस्तावेज भी बरामद हुये। बरामदगी व गिरफ्तारी के आधार पर अग्रिम आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।

 

पंजीकृत अभियोग

मु0अ0सं0 208/2024 धारा 420/467/468/471/120बी भादवि व 66 (सी व डी) आईटी एक्ट थाना तरया सुजान जनपद कुशीनगर

 

गिरफ्तार अभियुक्तगण

1-रोहित कुमार सिंह पुत्र राजेन्द्र सिंह निवासी बांकखास थाना तरया सुजान जनपद कुशीनगर 

2-मुकेश सैनी पुत्र पारस सैनी निवासी सिसवा अव्वल थाना तरया सुजान जनपद कुशीनगर 

3-विकास कुमार श्रीवास्तव पुत्र स्व0 सुशील नाथ श्रीवास्तव निवासी सेमरा बाजार थाना गोपालपुर जनपद गोपालगंज बिहार 

 

*बरामदगी का विवरणः-* (कुल बरामदगी अनुमानित कीमत लगभग 07 लाख रूपये)

1-1,00,500/- रुपये नगद (एक लाख पांच सौ रुपये)

2-एक अदद कूट रचित फिंगर क्लोन थम्ब (बायोमैट्रिक)  

3- एक अदद कूट रचित आई रेटिना क्लोन ( पेपर) 

4-10 अदद कूटरचित मोहरे भिन्न भिन्न अस्पतालो की (जन्म प्रमाण पत्र से सम्बन्धित) 

5-06 अदद कूटरचित जन्म प्रमाण पत्र भिन्न-भिन्न अस्पतालो के 

6-02 अदद लैपटाप ( डेल व एचपी कम्पन्नी ) 

7-04 अदद मोबाइल फोन भिन्न- भिन्न कम्पनियो के 

8-10 अदद फर्जी सिम एयरटेल टेलीकाम कम्पनी के

9-एक अदद फिंगर प्रिन्ट स्कैनर 

10-एक अदद आई स्कैनर (कनेक्ट डिवाइस) 

11-एक अदद सीपीयू रंग काला जेब्रानिक्स कम्पन्नी , 

12-दो अदद कीबोर्ड ( जेब्रानिक्स व लागिटेक कम्पन्नी),

13-दो अदद मानिटर ( जिटर व डेल कम्पन्नी ), 

14-दो अदद माउस( जेब्रानिक्स व प्रोडाट कम्पन्नी), 

15-एक अदद वेब कैमरा ( लागी कम्पन्नी ),

16-दो अदद प्रिन्टर (एचपी व एपसन कम्पन्नी ) 

17-एक अदद दो पहिया मोटरसाईकिल हीरो स्पेलण्डर प्लस UP 57 BK 2051

 

 

अपराध का तरीका

यह गैंग फर्जी आधार कार्ड व जन्म प्रमाण पत्र बनाकर साइबर अपराध करने में लिप्त है तथा इस गैंग के शातिर साइबर अपराधी हैं जो आपस मे मिलकर साइबर अपराध के संगठित गिरोह में सम्मिलित होकर बिहार प्रान्त के भोरे थाना क्षेत्र का रहने वाला नीरज प्रसाद व झारखण्ड प्रान्त का रहने वाला डाकघर कर्मचारी दीपक कुमार इस गिरोह में मिलकर काम करता है। गिरोह का सदस्य नीरज अपने AADHAR ENROLLEMENT पर दीपक कुमार के आईडी द्वारा काम करता है। विदित है कि लोगों के आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया सरकारी तौर पर भारतीय डाकघर द्वारा भी होती है। ये लोग भिन्न- भिन्न सरकारी कर्मचारी की आईडी प्रयोग करते है। ये लोग विभिन्न प्रदेशो के विभिन्न जिलो को सरकार द्वारा आंवटित आईडी का भी प्रयोग साइबर फ्राड के लिए करते हैं। इनके द्वारा साइबर फर्जीवाड़ा एवं अपराधिक कृत्य कर अब तक 500 (पांच सौ) से ऊपर कूटरचित फर्जी आधार कार्ड/जन्मप्रमाण पत्र बनाया जा चुका है। इस साइबर अपराधिक कृत्य से लाखों रुपये का अवैध धन अर्जित कर चुके है। यह साइबर गैंग ऐसे स्थानों को चिन्हित करते है जहां पर आधार बनाने वाली सरकारी संस्थायें काफी दूर स्थित होती है, दूर जाना न पड़े इसलिए जनता के भोले-भाले लोग परेशानियों से बचने के लिए आधार कार्ड बनाने के लिए इन्ही के यहा बांकखास में भीड़ लगाकर इनके द्वारा दिये गये लालच में आकर जन्मप्रमाण पत्र व आधार कार्ड में जन्मतिथि को आधार कार्ड में दिनांक व समय बदलवाकर प्रमाण पत्र कई गुना रुपया लेकर बनाकर देते है। ये लोग कूटरचित व फर्जी अस्पतालों का नाम जहां पर उस व्यक्ति का जन्म हुआ है वो भी फर्जी डेटा अस्पताल के नाम सहित समय व तिथि को एडिट कर देते है। ये लोग viewcert.colud/index.php/auth/dashboard/index.php बेबसाइट पर लागिन कर किसी भी व्यक्ति की आवश्यकता अनुसार फर्जी लागिन आईडी और पासवर्ड दर्ज कर फर्जी डेटा फीड कर देते है और क्यूआर कोड आटोमेटिक जनरेट हो जाता है। इसी कूटरचित जन्मप्रमाण पत्र का प्रयोग कर उक्त आधार इनरोलमेन्ट नम्बर तैयार कर तुरन्त दे देते है। इनरोलमेन्ट के 72 घण्टे बाद आधार जनरेट होता है परन्तु इस गैंग द्वारा इलेक्ट्रानिक उपकरणो में छेड़छाड़ कर 72 घण्टे से पहले ही डेटा को सिंक कर दिया जाता है जिससे भोले- भाले लोगों को थोड़े ही देर में वह व्यक्ति आसानी से बिना देर किये अपनी उद्देश्यो की पूर्ति के लिए मनचाहे जन्मतिथि पर आधार कार्ड प्राप्त करा देता है। इससे ये लोग काफी अधिक धन अर्जित करते हैं तथा फर्जीवाड़ा द्वारा अर्जित अवैध धन का बंटवारा कर लेते है।

 

बरामदगी/गिरफ्तारी करने वाली टीम

1-प्रभारी निरीक्षक आशुतोष सिंह थाना तरया सुजान जनपद कुशीनगर 

2-प्र0नि0 श्री मनोज कुमार पंत साईबर थाना जनपद कुशीनगर

3-व0उ0नि0 श्याम लाल निषाद थाना तरया सुजान जनपद कुशीनगर

4-उ0नि0 रणविजय सिंह थाना तरया सुजान जनपद कुशीनगर

5-उ0नि0 मृत्युजय सिंह थाना जनपद कुशीनगर

6-उ0नि0 आलोक कुमार सिंह थाना तरया सुजान जनपद कुशीनगर 

7-का0 प्रशान्त मिश्रा साईबर थाना जनपद कुशीनगर

8-का0 मनोज कुमार थाना तरया सुजान जनपद कुशीनगर 

9-का0 अवनीश सिंह थाना तरया सुजान जनपद कुशीनगर 

10- का0 श्रीकृष्ण मौर्य थाना तरया सुजान जनपद कुशीनगर

11-का0 अखिलेश कुमार गुप्ता साईबर थाना जनपद कुशीनगर

12- का0 अमित गुप्ता साईबर थाना जनपद कुशीनगर

13-का0 सुनील यादव (कम्प्यूटर चालक) थाना तरया सुजान जनपद कुशीनगर

 

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