सफल समाचार
विक्रांत सिंह चौहान
बहेड़ी जिला बरेली उत्तर प्रदेश
खाटू श्याम संकीर्तन महोत्सव: भजन सम्राट कन्हैया मित्तल ने किया भक्तों को भावविभोर।
रामलीला मैदान, बहेड़ी (बरेली), उत्तर प्रदेश – 6 जून 2025
बहेड़ी नगर में स्थित ऐतिहासिक रामलीला मैदान आज भक्ति और आस्था के रंगों से सराबोर हो गया, जहां खाटू श्याम समिति बहेड़ी के तत्वावधान में खाटू श्याम जी का भव्य संकीर्तन महोत्सव बड़े ही श्रद्धा और धूमधाम के साथ संपन्न हुआ।
🌸 भव्य आयोजन और भक्तों की उमड़ी भीड़
शाम से ही श्याम भक्तों का जनसैलाब रामलीला मैदान की ओर उमड़ पड़ा। चारों ओर “श्याम नाम की गूंज”, शंखध्वनि और घंटियों की आवाज़ें वातावरण को अलौकिक बना रही थीं। पूरा परिसर विद्युत साज-सज्जा, फूल-मालाओं और रंगीन झंडियों से सजा हुआ था। सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम थे।
🎤 कन्हैया मित्तल ने भजनों से बांधा समां
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण रहे प्रसिद्ध भजन सम्राट श्री कन्हैया मित्तल जी, जिन्होंने जैसे ही मंच संभाला, श्रद्धालुओं की भीड़ ने जोरदार जयकारों के साथ उनका स्वागत किया।
उनकी भक्ति से सराबोर प्रस्तुति –
“हारा हूं बाबा पर तुझपे भरोसा है …”
“गजब मेरे खाटू वाले…”
और “लेने आजा खाटू वाले रिंगस के उस मोड पर…”
जैसे प्रसिद्ध भजनों ने उपस्थित हजारों भक्तों को भक्ति-सागर में गोते लगाने पर विवश कर दिया। हर भजन के साथ श्रद्धालु झूमते, नृत्य करते नजर आए। कई जगहों पर भावविभोर होकर भक्तों की आंखें भी नम हो गईं।
🙏 धार्मिक उत्साह और जनसमर्पण
कार्यक्रम की शुरुआत विधिवत श्याम बाबा की ज्योत प्रज्वलन और पुष्प अर्पण के साथ हुई। संकीर्तन के दौरान स्थानीय श्रद्धालुओं के साथ-साथ दूर-दराज से आए भव्य श्याम प्रेमियों ने भी भाग लिया। आयोजन स्थल पर प्रसाद वितरण, शीतल जल व्यवस्था, और श्याम झांकी दर्शन की भी उत्तम व्यवस्था की गई थी।
👥 खाटू श्याम समिति की सराहनीय पहल
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में खाटू श्याम समिति बहेड़ी के सभी सदस्यों ने अथक परिश्रम किया। समिति के पदाधिकारियों ने मंच से सभी श्रद्धालुओं का स्वागत किया और भविष्य में इस तरह के और आयोजन करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि “श्याम संकीर्तन केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि हमारे नगर की भक्ति परंपरा का अभिन्न अंग है।”
📸 खास क्षण
भजन के दौरान लहराते केसरिया पताके
महिलाओं और युवाओं द्वारा सामूहिक नृत्य
मंच से पुष्पवर्षा और श्याम बाबा की दिव्य झांकी
यह आयोजन न केवल एक धार्मिक अनुभव रहा, बल्कि सामाजिक समरसता और सामूहिक श्रद्धा का अद्भुत उदाहरण भी बना। बहेड़ी की धरती पर गूंजते श्याम नाम ने हर हृदय को भक्ति से आप्लावित कर दिया।
🕉️ “खाटू के दर पे जो आया, वो खाली नहीं गया…”
रिपोर्ट: विक्रांत सिंह चौहान
स्थान: बहेड़ी, जनपद बरेली (उत्तर प्रदेश)
तारीख: 6 जून 2025