सफल समाचार
मयंक तिवारी
किच्छा। गौरीकलां गांव के शहीद देव बहादुर के परिवार से राज्य सरकार द्वारा किए गए वादे पूरे हो गए हैं। खुद शहीद के माता-पिता ने इसका दावा करते हुए राज्य सरकार व पूर्व विधायक का आभार प्रकट किया है। इस पर राजेश शुक्ला ने कहा कि शहीद के नाम पर राजनीति करने वालों को भी आगे आकर सरकार का धन्यवाद करना चाहिए। बता दें कि शहीद के परिवार को घोषित सहायता राशि मिलने के बाद अब परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी दी गई है। सोमवार को किच्छा आवास विकास स्थित पूर्व विधायक राजेश शुक्ला के निवास पर शहीद देव बहादुर के पिता शेर बहादुर और माता जी कुछ लोगों के साथ पहुंचे। जहां उन्होंने मीडिया को बताया कि राज्य की भाजपा सरकार ने उनसे जो भी वादें किए थे उन्हें पूरा कर दिया गया है। जिसमें शहीद बेटे के नाम पर स्मृति द्वार बनाना, परिवार को आर्थिक सहायता देना और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देना शामिल है। उन्होंने कहा कि बेटे के जाने का गम सदैव उनके सीने में रहेगा लेकिन उसके पीछे परिवार के अन्य सदस्यों के भविष्य की चिंता पूर्व विधायक राजेश शुक्ला के द्वारा की गई। उनके प्रयास से ही आज सभी घोषणाएं पूरी हो सकी हैं। इसके लिए हमारा पूरा परिवार भाजपा सरकार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पूर्व विधायक राजेश शुक्ला का आभारी है। गौरतलब होकि साल २०१७ में भारतीय सेना में शामिल हुए देव बहादुर १८ जुलाई २०२० को लेह लद्दाख में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए थे। उनके शहीद होने के बाद भाजपा सरकार ने उनके परिवार से कई वादे किए थे, जिन्हें अब पूरा किया गया है। वादे पूरे होने पर परिवार को थोड़ी राहत जरूर मिली है जिस पर आज वो राज्य सरकार का आभार प्रकट करने किच्छा में पूर्व विधायक राजेश शुक्ला के आवास पर पहुंचा था। जहां भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष मनमोहन सक्सेना, चंदन जायसवाल, सैय्यद इम्तीयाज, राकेश गुप्ता, अभिषेक सक्सेना आदि मौजूद रहे।
दु:ख के साथ-साथ हम सभी को शहीद देव बहादुर पर गर्व है। उन्होंने किच्छा समेत पूरे उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। आज शहीद का परिवार यहां राज्य सरकार, मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद करने पहुंचा है। शहीद के नाम पर द्वार, सड़क बनाने के अलावा प्राथमिक विद्यालय का नाम उनके नाम पर रखा गया है। गांव के लोगों की मांग है कि गांव के इंटर कॉलेज का नाम भी शहीद के नाम पर रखा जाए, इसके लिए मुख्यमंत्री जी से मुलाकात की जाएगी।
राजेश शुक्ला , पूर्व विधायक, किच्छा