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विश्वजीत राय
पडरौना। सोमवार की भोर में आंधी-बारिश से कसया से आने वाली मेन लाइन में फाल्ट हो गया। इसके अलावा धर्मपुर, बाड़ीपुल और अर्जुनहां के पास मेन लाइन पर पेड़ की डाली गिर जाने से बिजली आपूर्ति बाधित रही। भोर के करीब तीन बजे से सुबह 11 बजे तक पूरे शहर की बिजली आपूर्ति ठप रही। लगभग 80 हजार उपभोक्ता करीब आठ घंटे परेशान रहे
रविवार को दिन में हुई तेज धूप की वजह से उमस भरी गर्मी बढ़ गई थी। लोग परेशान होकर पंखा और कूलर का सहारा लेने जा रहे थे, लेकिन जैसे ही लोग पंखे के पास से हटते थे, पुन: पसीने से तरबतर हो जा रहे थे। रात करीब 11 बजे मौसम ने अचानक करवट ली और बारिश होने लगी। सोमवार की भोर में भी करीब तीन बजे आंधी के साथ मूसलाधार बारिश शुरू हुई। करीब एक घंटे तक हुई बारिश की वजह से कसया से पडरौना उपकेंद्र को मिलने वाली मेन लाइन में फाल्ट हो गया। बारिश बंद होने के बाद बिजली कर्मी कसया में हुए फाल्ट को ठीक कर बिजली आपूर्ति बहाल किए, लेकिन बिजली आपूर्ति शुरू नहीं होने पर पुन: बिजली कर्मी अन्य स्थानों पर हुए फाल्ट को खोजने के लिए पेट्रोलिंग करना शुरू कर दिए। काफी देर तक पेट्रोलिंग करने पर पता चला कि कसया-पडरौना मार्ग स्थित धर्मपुर, बाड़ीपुल और अर्जुनहां के पास मेन लाइन पर पेड़ की डाली टूटकर गिर गई थी। इससे कई डिस्क भी खराब हो गए थे। इन सभी क्षतिग्रस्त बिजली के तारों को ठीक करने में बिजली कर्मचारी जुट गए। जेई सर्वेश दूबे की अगुवाई में अनिल तिवारी, राजेश पांडेय, रमाकांत, अनिल पाल, संजय साहनी, धनंजय मिश्रा, दीपक, राजेश कुशवाहा आदि बिजली कर्मियों ने कड़ी मेहनत कर सुबह 11 बजे तक सभी क्षतिग्रस्त लाइन ठीक कर बिजली आपूर्ति बहाल की। इसके बाद लोगों को राहत मिली।
उधर, सुबह के समय बिजली गुल होने से महिलाओं को बच्चों का नाश्ता बनाने में परेशानी उठानी पड़ी। नगर के बेलवा चुंगी निवासी सुनीता वर्मा ने बताया कि सुबह सात बजे बच्चों की स्कूल बस आती है। इसके पहले बच्चों को नाश्ता देना होता है। घर में लगा इंवर्टर खराब है। इसके चलते बिजली गुल होने पर परेशानी होती है। किचन में सुबह के समय अंधेरा होने की वजह से मोमबत्ती जलाकर नाश्ता बनाना पड़ा।
बेलवा चुंगी निवासी अभिषेक गौतम ने कहा कि सुबह के समय बिजली नहीं होने से सबसे अधिक परेशानी पानी की हुई। सुबह सप्लाई का पानी आता है, जिसे मोटर की मदद से टंकी में एकत्र कर लेते हैं। इससे पूरे दिन काम चलता है, लेकिन पानी नहीं भर पाए। नहाने से लेकर कपड़े और बर्तन धोने में महिलाओं को परेशानी हुई।
जगदीशपुराम कॉलोनी निवासी रमेश मिश्र, मिस्टर तिवारी, वीरेंद्र दुबे आदि ने बताया कि सुबह के समय लाइन नहीं होने से लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो जाती है। इससे पूरे दिन का कार्यक्रम गड़बड़ा जाता है। सोमवार की सुबह लाइन नहीं होने से छत पर लगी टंकी में पानी नहीं भरा गया। इससे नहाने के अलावा अन्य कार्य प्रभावित हुए। अब दोपहर में बिजली आने पर टंकी में पानी भरा जा सकेगा।
तेज हवा चलने से अर्जुनहां, बाड़ीपुल और धर्मपुर के पास मेन लाइन पर पेड़ की डाली गिर जाने से तार टूट गए थे। इसकी मरम्मत में समय लगा है। क्षतिग्रस्त तार सही कर बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है। -भोलानाथ, एसडीओ, पडरौना।
हर आधे घंटे में गुल हो जाती है बिजली
पडरौना। तहसील मुख्यालय को 22 घंटा और ग्रामीण क्षेत्रों को 18 घंटे बिजली सप्लाई देने का निर्देश है, लेकिन शासन के इस निर्देश का पालन करना तो दूर कप्तानगंज तहसील मुख्यालय पर हर आधे घंटे बाद बिजली गुल हो जाती है। शिकायत करने पर निगम के अधिकारी हर बार कहीं फाल्ट होने की ही बात कर कुछ समय में चालू होने का आश्वासन देते हैं। कप्तानगंज विद्युत उपकेंद्र को मिलने वाली मेन सप्लाई कुर्मीपट्टी और गिदहा चक बैरिया उपकेंद्र को कसया मेन लाइन से मिलती थी। कुछ माह पूर्व मेन लाइन कुर्मीपट्टी से जोड़ दिया गया। इसके बाद बिजली सप्लाई बेहतर होने के बजाय और खराब हो गई। इसके अलावा कप्तानगंज उपकेंद्र पर तैनात 22 और गिदहा चक बैरिया में तैनात 17 बिजली कर्मचारियों को डीएम ने बीते 18 मार्च को हटाने का निर्देश दिया था। इसके बाद निगम ने 27 मई को इन सभी बिजली कर्मचारियों हटा दिया। इसके बाद भी अधिकारी पहले के कुछ कर्मचारियों से काम करा रहे हैं। कस्बा के विनोद गोविंद राव, गोलू मिश्रा, मुकेश सिंह, प्रमोद श्रीवास्तव, गौरी शंकर वर्मा आदि उपभोक्ताओं ने कहा कि रात में कोई अधिकारी उपकेंद्र पर नहीं रहता है। इसके चलते बिजली समस्या होने पर लाइनमैन मनमानी करते हैं। वे फाल्ट बनाने के नाम पर लोगों से धनउगाही भी करते हैं।
रामकोला के एसडीओ को कप्तानगंज उपकेंद्र का चार्ज होने के बावजूद भी वह कभी कार्यालय में दिखाई नहीं देते हैं। इसके चलते यहां के लोग अपनी समस्या अधिकारियों के समक्ष नहीं रख पाते हैं। लोगों ने कहा कि बिजली कटौती से हर दिन लोगों की दिनचर्या प्रभावित होती है। मोबाइल और इंवर्टर तक चार्ज होना मुश्किल हो गया है।
इस संबंध में अधिशासी अभियंता हाटा प्रवीण चौबे ने कहा कि हटाए गए कर्मचारियों से पुनः काम लेने के लिए निर्देश नहीं दिया गया है। कप्तानगंज और गिदहा चक बैरिया उपकेंद्र की मेन लाइन अलग-अलग करने के लिए काम चल रहा है।
36 घंटे बाद लगा ट्रांसफार्मर फिर जला
पडरौना। कप्तानगंज कस्बा के चांदनी चौक पर 36 घंटे बाद सोमवार को लगा ट्रांसफार्मर आधे घंटे बाद ही जल गया। इस वजह से इससे जुड़े लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
कप्तानगंज कस्बा के शुक्र की बाजार में एक पखवाड़े के बाद भी 400 केवीए का ट्रांसफार्मर व डीसीएफ चौक पर अतिरिक्त ट्रांसफार्मर की व्यवस्था नहीं है। इस वजह से यहां विगत चार माह से विद्युत आपूर्ति व्यवस्था मोबाइल ट्रांसफार्मर के भरोसे चल रही है। इसी बीच कस्बा के चांदनी चौक पर जला 250 केवीए का ट्रांसफार्मर 36 घंटे के बाद सोमवार को लगाया गया। लेकिन ओवरलोड होने की वजह से करीब आधे घंटे बाद ही जल गया। इससे नाराज उपभोक्ताओं ने 400 केवीए का ट्रांसफार्मर लगाने की मांग की।