रेलवे समस्या व दैनिक सुविधाओं को लेकर आदिवासी विकास मंच ने फिर से कि बुलंद आवाज

उत्तर प्रदेश सोनभद्र

सफल समाचार गणेश कुमार 

रेलवे समस्या व दैनिक सुविधाओं को लेकर आदिवासी विकास मंच ने फिर से कि बुलंद आवाज

आदिवासी क्षेत्रों में “विकास नहीं तो वोट नहीं नारों” के साथ की बुलंद आवाज

कोरोना काल से ट्रेनों के ठहराव बंद होने आदिवासियों की चली गई रोजीं रोटी

ओवरब्रिज का निर्माण न होने से आदिवासी क्षेत्र में नहीं पहुंच सकी कोई एंबुलेंस सेवा- हरदेवनारायण तिवारी,संयोजक आदिवासी विकास मंच सोनभद्र  

ओबरा,सोनभद्र।आदिवासी विकास मंच सोनभद्र एवं राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक सोनभद्र की ओर से, रेलवे विभाग एवं रेल मंत्रालय को भेजें गए पत्र के अनुसार आदिवासियों की प्रमुख समस्याएं में से ग्राम पंचायत पनारी के कड़िया गांव के पास एल एच एस रेलवे लाइन से नीचे दिए जाने वाला रास्ता की स्वीकृति हो गई है यह जानकारी वरिष्ठ मंडल अभियंता पूर्व मध्य रेलवे धनबाद द्वारा दिनांक 24.4.2024 को आदिवासी विकास मंच को दी गई है लेकिन जोगी डीह में उचित सड़क रेलवे लाइन से जुड़ी ना होने के कारण स्वीकृत नहीं हो पा रही है यहां रेलवे विभाग की ओर से सर्वे में आर ओ बी बनाए जाने की सहमति दी है। जोगी डीह रेलवे स्टेशन पर रेलवे ओवरब्रिज बनाया जाना ही उपयुक्त होगा जिससे उस क्षेत्र के आदिवासियों तक एम्बुलेंस, विकास हेतु गाड़ियां ट्रैक्टर आदि जा सके। आदिवासी विकास मंच के जिला संयोजक एवं अध्यक्ष इंटक सोनभद्र हरदेवनारायण तिवारी ने खेद जाहिर करते हुए कहा कि आजादी के बाद जंगल में रहने वाले आदिवासियों के अवागमन हेतु जंगलों में रेलवे स्टेशन का निर्माण कर पैसेंजर ट्रेन चुनार चोपन बरवाडी पैसेंजर एवं चोपन कटनी पैसेंजर चालू की गई लेकिन कोरोना काल 2019 से यह दोनों ट्रेनों के बंद हो जाने से जंगलों में रहने वाले आदिवासियों के सामने आवागमन हेतु कोई साधन सुविधा नहीं रह गया है गरीब मजदूर एवं शाक सब्जी बेचकर अपना एवं अपने बच्चों का जीवन यापन करने वाले आदिवासियों की रोजी-रोटी चली गई।आदिवासी क्षेत्र के ग्राम पंचायत बैरपुर स्थित खुलदिल रेलवे स्टेशन पर लंबे अरसे से आदिवासियों की मांग चली आ रही है कि खुलदिल रेलवे स्टेशन पर वाराणसी शक्ति नगर इंटरसिटी एक्सप्रेस का ठहराव कराया जाए जिससे यहां के आदिवासियों को अपने जिला अस्पताल कोर्ट कचहरी ओबरा तहसील, बाजार तथा वाराणसी अस्पताल से जुड़ सके लेकिन रेलवे प्रशासन एवं सरकार का इस पर कोई ध्यान आज तक नहीं जा रहा है जबकि इसके लिए संघर्ष आंदोलन लगातार हो रहे हैं। आदिवासी विकास मंच के नेता सहसंयोजको में शमीम अख्तर खान ,सूबेदार गौड़, ईश्वर प्रसाद केसरी ,रमेश केसरी ,रामसूरत प्रजापति, राजाराम भारती, शिव प्रसाद खरवार, रामनरेश खरवार, रामचंद्र गौड़ सत्येंद्र भारती कंपनी खरवार भोला यादव ,सूर्य नारायण सिंह ,राजाराम कनौजिया ,अकमानी देवी, बसंती देवी, कांति देवी ,ने कहा कि जिला प्रशासन सोनभद्र एवं मुख्यमंत्री को कई बार पत्र देकर अनुरोध किया गया की रेणुका नदी पर बने नए पुल से अरंगी रेलवे ब्रिज तक तथा परसोई तक की सड़क विगत 10 साल से खराब होने के कारण एंबुलेंस सेवा 10 वर्ष से नहीं जा पा रहे हैं जिसके कारण गांव में रहने वाले तमाम आदिवासी महिला पुरुष की जाने जा चुकी है ग्राम पंचायत बेलहथी के कोड़रा स्कूल से जोगी डीह रेलवे स्टेशन तक तथा जोगी डीह स्टेशन से बेलगुड़ी तक सड़क न होने से रेलवे विभाग आर ओ बी रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण नहीं कर पा रहा है ।इस संबंध में पत्र आदिवासी विकास मंच को रेलवे विभाग ने दिया है जिसे आदिवासी विकास मंच ने जिला प्रशासन शासन को पत्र देकर अवगत करा चुका है। रेलवे लाइन के दोनों तरफ सड़क न होने के कारण वहां के आदिवासियों का रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण नहीं हो पा रहा है रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण न होने से आजादी के बाद से अब तक उसे क्षेत्र में आज तक कोई एंबुलेंस सेवा नहीं पहुंच पा रही है साथ ही विकास कार्य भी गाड़ियों के न जा पाने के कारण नहीं हो पा रहा है।जिला प्रशासन से आदिवासी नेताओं ने निवेदन किया है कि आज आदिवासियों के बच्चे पढ़ने के लिए एवं यहां के निवासी रेलवे लाइन क्रॉस करके आते जाते हैं जिसके कारण दुर्घटनाओं की संभावनाएं बराबर बनी रहती है यथाशीघ्र कार्रवाई करने का कष्ट करें इन्हीं कारणों से आदिवासी लोग इस चुनाव में भाग न लेने का निर्णय लिया है।ग्राम पंचायत बेलछ, आदिवासी विकास मंच के सहसंयोजक हरिशंकर गौड़ ,राजाराम भारती सुरेंद्र गौड़, कौशल्या देवी, कुंती देवी, मुन्नी देवी ने कहा कि ग्राम पंचायत बेलक्ष में टेढ़ुआनाला पर केरवा बांध बनाए जाने की मांग विगत 15 वर्ष से यहां के मजदूर किसान अपने खेतों की सिंचाई के लिए करते चले आ रहे हैं तमाम अधिकारी लोग आए, जांच पड़ताल किए लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई जिसके कारण यहां के आदिवासी मजदूर किसान जमीन रहते हुए भी गरीबी भुखमरी के शिकार बने हुए हैं मजबूर होकर यहां के आदिवासी, जिलाधिकारी सोनभद्र को एवं मुख्यमंत्री को पत्र दिया है कि वर्तमान लोकसभा चुनाव में यहां के आदिवासी भाग न लेने का निर्णय लिया है नेताओं ने अपील किया है की मजदूरो एवं किसानों के हित में केरवा बांध का निर्माण कराया जाए। मंच के जिला संयोजक हरदेवनारायण तिवारी ने जिला प्रशासन ,रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार सें अपील किया है की समस्याओं के निस्तारण में अपना सहयोग प्रदान करें जिससे कि इस लोकतंत्र के महा पर्व पर चुनाव में आदिवासी लोग अपनी भागीदारी निभा सके । 

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