तीन दोस्त चिलुआताल में नहाने के दौरान डूब गए हैं, गांव वाले दौड़ पड़े। एक तो बच गया

उत्तर प्रदेश गोरखपुर

सफल समाचार 
सुनीता राय 

तीनों दोस्तों के डूबने की खबर पाकर गांव वालों के साथ ही स्थानीय लोग भी आ गए थे। शुरुआत में आए कुछ तैरने की जानकारी रखने वाले ग्रामीण ताल में कूदे भी थे, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली तो बाद में पुलिस ने गोताखोरों को बुलाया। चार घंटे की तलाश के बाद दो शव बाहर निकाले जा सके।

गोरखपुर में जाहिदाबाद के लोगों पर चार घंटे बहुत भारी पड़े। जैसे ही सूचना मिली कि तीन दोस्त चिलुआताल में नहाने के दौरान डूब गए हैं, गांव वाले दौड़ पड़े। एक तो बच गया लेकिन डूबे दो दोस्तों के घरवाले बेचैन थे। कभी गोताखोरों को इशारा करते कि उधर भी जाइए तो कभी कहीं और।

इस बीच सलामती की दुआ भी मांगते। आपस में यह कहकर कि किसी ने बचाकर अस्पताल पहुंचा दिया होगा, खुद को सांत्वना भी देते। लेकिन जब दोनों के शव मिल गए तो सारी उम्मीदें खत्म हो गईं। शव देखते ही परिजन दहाड़े मारकर रोने लगे। एक युवक के पिता तो ताल की ओर ऐसे दौड़े, जैसे वह खुद ही कूद जाएंगे। पुलिसवालों ने उन्हें पकड़ा और संभाला।

कुछ ऐसा ही मार्मिक दृश्य था मंगलवार को चिलुआताल के पास का, जहां जाहिदाबाद निवासी रेहान व साहिल की नहाने के दौरान डूबने से मौत हो गई थी। दोनों के परिजन सूचना के बाद ताल के किनारे पहुंचे थे। चार घंटे तक परिजन टकटकी लगाए बैठे थे। जैसे ही साहिल का शव मिला, परिजन दहाड़े मारकर रोने लगे। अभी उसके परिजन को लोग संभालते, तभी रेहान का शव भी गोताखोरों को मिल गया।

दोनों शव कुछ मिनटों के अंतराल पर बाहर लाए गए। परिजन चिल्ला रहे थे, जल्दी अस्पताल ले चलिए, अभी मौत नहीं हुई है। उन्हें पुलिस वालों ने बहुत देर तक समझाया और फिर पास के अस्पताल भी ले गए, जहां पर मौत की पुष्टि के बाद परिजन बदहवास हो गए।

स्थानीय लोगों की जुट गई थी भीड़
तीनों दोस्तों के डूबने की खबर पाकर गांव वालों के साथ ही स्थानीय लोग भी आ गए थे। शुरुआत में आए कुछ तैरने की जानकारी रखने वाले ग्रामीण ताल में कूदे भी थे, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली तो बाद में पुलिस ने गोताखोरों को बुलाया। चार घंटे की तलाश के बाद दो शव बाहर निकाले जा सके।

मेरे सामने ही डूब गए… मैं कुछ नहीं कर पाया
सााहिल और रेहान के साथ नहाने गया आमिर बदहवास है। उसकी जुबां से एक ही बात निकल रही है- मेरे सामने ही दोनों डूब गए, मैं कुछ नहीं कर पाया। दरअसल, आमिर ही सबसे पहले डूबा था, जिसे बचाने के लिए दोनों दोस्त गए थे और दोनों की मौत हो गई।

आमिर पछता रहा है और दहाड़े मारकर रो रहा है। इसी वजह से उसे घटनास्थल से हटाकर पुलिस ने अस्पताल भेज दिया था। हालांकि, अस्पताल से दोपहर में एक बार फिर आमिर चिलुआताल पर पहुंच गया था। तब भी तलाश जारी देखकर वह रोने लगा। पूछा कि दोनों कहां हैं, अभी भी पानी में है, बचा लीजिए।

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