शुक्रवार को प्याज की थोक कीमतों में 200 रुपये क्विंटल की वृद्धि हो गई

उत्तर प्रदेश प्रयागराज

सफल समाचार 
आकाश राय 

केंद्र सरकार की दो एजेंसियों नाफेड और एनसीसीएफ से खरीद का विरोध नासिक के प्याज कारोबारी कर रहे हैं। इसी वजह से कारोबारी बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं। पिछले दिनों टमाटर के दाम बढ़ने के बाद केंद्र की इन्हीं दोनों एजेंसियों की वजह से ही बाद में टमाटर का दाम नियंत्रित हो सका।

नासिक के प्याज कारोबारियों की बेमियादी हड़ताल का असर स्थानीय मंडियों पर दिखने लगा है। शुक्रवार को प्याज की थोक कीमतों में 200 रुपये क्विंटल की वृद्धि हो गई। बताया जा रहा है कि इन बढ़ी कीमतों का असर एक-दो दिन में फुटकर बाजार में दिख सकता है। हालांकि कुछ सब्जी मंडियों में शुक्रवार को ही प्याज के दाम में पांच से आठ रुपये किलो की वृद्धि हो गई।

दरअसल, केंद्र सरकार की दो एजेंसियों नाफेड और एनसीसीएफ से खरीद का विरोध नासिक के प्याज कारोबारी कर रहे हैं। इसी वजह से कारोबारी बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं। पिछले दिनों टमाटर के दाम बढ़ने के बाद केंद्र की इन्हीं दोनों एजेंसियों की वजह से ही बाद में टमाटर का दाम नियंत्रित हो सका। फिलहाल प्रयागराज की मुंडेरा मंडी में प्याज की थोक कीमतों में दो रुपये किलो की बढ़ोतरी दर्ज की गई। बृहस्पतिवार को यहां प्याज का रेट 1800 रुपये क्विंटल था, जो अब 2000 रुपये पहुंच गया।

कारोबारियों ने बताया कि मुंडेरा मंडी में रोज 4 से 5 ट्रक प्याज नासिक व अन्य स्थानों से आता है। एक ट्रक में करीब 30 टन प्याज आता है। थोक कारोबारी सतीश कुशवाहा ने बताया कि नासिक के साथ मध्य प्रदेश से भी यहां प्याज आता है। मध्य प्रदेश से प्याज आने में अभी कोई दिक्कत नहीं है।

उधर, फुटकर मंडी में प्याज का दाम शुक्रवार को 30 से लेकर 40 रुपये किलो तक रहा। मंडी के आढ़ती पवन ने बताया कि नासिक से प्रयागराज आने में ट्रक को तीन दिन का समय लगता है। ऐसे में शनिवार या रविवार को मांग और आपूर्ति में अंतर आ सकता है।

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