नौतनवां कस्टम अधीक्षक विशाल मेहता समेत सात कर्मचारियों का तबादला लखनऊ कर दिया गया है। भले ही विभाग इस कार्रवाई की पुष्टि नहीं कर रहा है, लेकिन विभागीय हलचल बता रही है कि कार्रवाई तो हुई है। भले ही अधिकारी कुछ नहीं बता रहे हैं।

उत्तर प्रदेश गोरखपुर

सफल समाचार 
सुनीता राय 

महराजगंज जिले के टमाटर कांड में कार्रवाई करने में लापरवाही बरतने पर कस्टम अधीक्षक समेत सात कर्मचारियों का तबादला लखनऊ किया गया है। हालांकि कस्टम विभाग इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है। अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। वहीं, इस बात की भी चर्चा है कि कस्टम विभाग मामले में कर्मचारियों की भूमिका की जांच करा रहा है।

सूत्रों के अनुसार, नौतनवां कस्टम अधीक्षक विशाल मेहता समेत सात कर्मचारियों का तबादला लखनऊ कर दिया गया है। भले ही विभाग इस कार्रवाई की पुष्टि नहीं कर रहा है, लेकिन विभागीय हलचल बता रही है कि कार्रवाई तो हुई है। भले ही अधिकारी कुछ नहीं बता रहे हैं।

बताया जा रहा है कि टमाटर कांड की जानकारी कस्टम विभाग के उच्चाधिकारियों तक पहुंचने के बाद आनन-फानन कार्रवाई की गई है। नेपाल से लाए गए टमाटर को बरामद करना, फिर छोड़ देना। इसके बाद पुलिस की ओर से पकड़ लिया जाना, यह सब कुछ जानकर कस्टम विभाग के उच्चाधिकारी हैरान हैं।

वहीं, कस्टम विभाग इस मामले की जांच करा है कि आखिर हकीकत क्या है? क्या जो आरोप विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर लगे हैं वह सही हैं?

उधर, दोनों विभाग यह प्रमाणित करने में जुटे हैं कि उनकी कार्रवाई सही है। लेकिन, सोमवार देर शाम जैसे ही यह बात पता चली की कस्टम अधीक्षक समेत सात कर्मियों को हटा दिया गया है, लोग पुलिस की कार्रवाई को सही ठहराने लगे।

नौतनवां कस्बे के लोगों ने बताया कि संपतिहा में पुलिस ने पिकअप को पकड़ा तो कस्टम की कारस्तानी सामने आ गई। अगर सचमुच में कर्मी लापरवाह नहीं होते तो उन पर कार्रवाई न होती। लोगों का कहना है कि यदि कस्टम के उच्चाधिकारी इस मामले की सही से जांच कराएंगे तो सारी हकीकत सामने आ जाएगी।

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