नहीं पहुंचे विशेषज्ञ डॉक्टर, कैसे साकार होगा आरोग्य मेले का उद्देश्य

उत्तर प्रदेश महाराजगंज

मनमोहन राय
सफल समाचार

पनियरा। मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में रविवार को अधिकतर न्यू पीएचसी पर एक चिकित्सक, फार्मासिस्ट ही दिखे। विशेषज्ञों डॉक्टर नहीं रहने से मरीज दवा लेकर घर चले गए। हड्डी रोग की बीमारी की जांच कर फार्मासिस्ट ने दवा दे दी। इसी तरह से चर्म रोग की दवा भी एक डॉक्टर ने लिख दी। मरीजों को किसी तरह से दवा देकर मेले की औपचरिकता पूरी कर ली गई। एक मरीज ने कहा कि बीमारी ठीक नहीं होगी तो दूसरे जगह जाकर इलाज कराना पड़ेगा।

11:45 बजे :
न्यू पीएचसी गांगी बाजार में प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. अधिदेव कश्यप, डॉ. विजय नाथ तिवारी, फार्मासिस्ट वीरेंद्र सहानी, वार्ड ब्वाय राधेश्याम, चौकीदार अनुराग श्रीवास्तव मौजूद रहे। फार्मासिस्ट वीरेंद्र सहानी चिकित्सकों के सामने बैठकर बात करने में व्यस्त रहे। इस दौरान पेट दर्द से कराहती हुई रीता पहुंची। उन्होंने बताया कि विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं रहने से ठीक से इलाज नहीं हो पा रहा है। मौके पर मौजूद चिकित्सकों ने दर्द की दवा देकर लौटा दिया। रवि का कहना है कि आरोग्य मेले में खुजली का दवा कराने आए थे। डाॅक्टर ने सलाह दी की यहां पर हल्की दवा ही मिल पाएगी, बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज या जिला अस्पताल जाएं। चर्म रोग विशेषज्ञ यहां पर नहीं बैठते हैं।

12:15 बजे :
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बभनौली माफी (रामनगर मुजुरी) में डाॅ. खालिद खां, फार्मासिस्ट नवीन जायसवाल मिले। मालती ने बताया कि महिला रोग विशेषज्ञ नहीं हैं। अंदरूनी समस्या है। पिछली बार भी दवा ली, लेकिन फायदा नहीं हुआ। इस बार भी वहीं दवा मिली। बीमारी ठीक नहीं होगी तो दूसरे जगह जाकर इलाज कराना पड़ेगा। मुन्नी ने बताया कि बिना जांच की दवा दी जाती है।
1: 00 बजे : न्यू पीएचसी लक्ष्मीपुर प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. वैभव प्रबल, डाॅ.अनूप सिंह मरीजों का इलाज करते हुए दिखाई दिए। मरीज उषा ने बताया कि हमें चर्म रोग की समस्या है, लेकिन योग्य डॉक्टरों की तैनाती नहीं होने के कारण इलाज नहीं हो पा रहा है। डॉक्टर मामूली दवा देकर लौटा दे रहे हैं। आनंद ने कहा कि दांत के दर्द से कराह रहा था, यहां पहुंचा तो दर्द की दवा मिली।

आरोग्य मेले में आने वाले सभी मरीजों का बेहतर ढंग से इलाज किया जाता है। दवाएं पर्याप्त हैं। अगर कहीं गड़बड़ी है तो इसकी जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
-डॉ. राकेश कुमार, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *